“मेरा विद्यालय निपुण एवं मैं भी निपुण” कार्यक्रम को लेकर चाईबासा में आयोजित हुई बैठक

चाईबासा: मांगीलाल रूंगटा +2 उच्च विद्यालय, चाईबासा में आज “मेरा विद्यालय निपुण एवं मैं भी निपुण” कार्यक्रम से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई, जिसमें मुकेश कुमार, FLN तकनीकी सपोर्ट, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, रांची एवं अशोक कुमार रजक, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी, पश्चिमी सिंहभूम ने भाग लिया।
इस अवसर पर श्री रजक ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत दिनांक 5 जुलाई 2021 को भारत सरकार द्वारा “निपुण भारत कार्यक्रम” की शुरुआत की गई थी। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कक्षा 1, 2 और 3 में अध्ययनरत बच्चों को हिंदी, गणित एवं अंग्रेजी विषयों में कम से कम 75% दक्षता हासिल कराना है।
श्री रजक ने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम जिले के 1000 विद्यालयों में यह कार्यक्रम 4 अगस्त 2025 से प्रारंभ होगा। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं सहायक शिक्षकों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराकर निर्धारित लक्ष्य को हासिल करें।
कार्यक्रम का प्रथम चरण अगस्त 2025 से दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसमें प्रदर्शन के आधार पर राज्य स्तर पर पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
86% या उससे अधिक दक्षता वाले विद्यालयों को सवर्ण पुरस्कार,
81-85% वालों को रजत पुरस्कार,
जबकि 75-80% दक्षता प्राप्त विद्यालयों को काष्य पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
बैठक में मुकेश कुमार ने FLN (Foundational Literacy and Numeracy) के अंतर्गत कक्षा 1 से 5 के बच्चों को मूलभूत साक्षरता एवं संख्या ज्ञान में विशेष प्रशिक्षण दिए जाने की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि यह पहल बच्चों की बुनियादी शिक्षा को मजबूत करेगी।
इस बैठक में जिले के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, संकुल साधन सेवी एवं प्रखंड साधन सेवी समेत कई शिक्षा पदाधिकारी उपस्थित रहे।