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आदि कर्मयोगी अभियान’ को लेकर हुई समीक्षा बैठक, जनजातीय क्षेत्रों में समावेशी सेवा वितरण और सुशासन को लेकर बनाई गई रणनीति

 

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के परिसदन सभागार में आज ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता सुचिस्मिता सेनगुप्ता, प्रतिनिधि, जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार ने की। बैठक का उद्देश्य अभियान की रूपरेखा और उसके प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर अधिकारियों और संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश देना था।

बैठक में बताया गया कि आदि कर्मयोगी अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रशिक्षित अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों के माध्यम से जनजातीय क्षेत्रों में शासन और सेवा वितरण की प्रणाली को अंतिम व्यक्ति तक प्रभावी ढंग से पहुँचाना है।

अभियान के तहत जिले के 18 प्रखंडों के आदिवासी बहुल ग्रामों में विभिन्न कल्याणकारी सेवाओं जैसे – आवास, सड़क, पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आजीविका की संतृप्ति सुनिश्चित की जाएगी।

इसके क्रियान्वयन हेतु विभिन्न स्तरों पर समितियों के गठन की योजना है, जो जनजातीय विकास प्राथमिकताओं के अनुसार वास्तविक समय में निगरानी, शिकायत समाधान, अभिसरण, योजना निर्माण और डेटा आधारित निर्णय लेने में सहायक होंगी।

बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी सारंडा, चाईबासा एवं कोल्हान, परियोजना निदेशक आईटीडीए, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

अधिकारियों ने साझा रूप से अभियान को धरातल पर उतारने के लिए समन्वय और पारदर्शिता के साथ कार्य करने पर बल दिया। अभियान के सफल क्रियान्वयन से जिले के दूरस्थ एवं वंचित क्षेत्रों में रहने वाले जनजातीय समुदायों को सुनियोजित और प्रभावी लाभ मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

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