‘हो’ भाषा साक्षरता कार्यक्रम को लेकर चाईबासा में हुई बैठक, तुरतुंग प्रोजेक्ट की तैयारियों को लेकर शिक्षक-शिक्षिकाओं व समाज संगठनों ने की गहन चर्चा

चाईबासा: साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत चल रहे तुरतुंग प्रोजेक्ट को लेकर ‘हो’ भाषा के शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा एवं नेशनल आदिवासी रिवाइवल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक महासभा कला एवं संस्कृति भवन, हरिगुटू, चाईबासा में आयोजित की गई।
बैठक में नए सत्र की शुरुआत, प्रशिक्षण की रूपरेखा, सेंटर चयन, अभिभावकों के साथ संवाद, नामांकन प्रक्रिया, छात्रों के फोटो-आधार एकत्रीकरण, उपस्थिति-गैरहाजिरी रिपोर्ट आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। दोनों संस्थाओं की ओर से उपस्थित शिक्षकों को इन बिंदुओं पर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में जानकारी दी गई कि ‘हो’ भाषा वारंगक्षिति के सेंटर पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम जिलों में संचालित किए जाने हैं। सेंटर चयन और संचालन की अनुमति के लिए संबंधित जिलों के उपायुक्त (DC), जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO), जिला समन्वयक (DSE) और विद्यालयों से संपर्क साधा जाएगा।
इसके अलावा, पिछले सत्र के प्रमाण पत्र वितरण, शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र, टीडीएस एवं अन्य प्रशासनिक विषयों पर भी शिक्षकों को महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
इस अवसर पर आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इपिल सामड, महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम, धर्म सचिव सोमा जेराई, प्रदेश कोषाध्यक्ष शंकर सिदु, सांस्कृतिक सचिव जगन्नाथ हेस्सा, साहित्यकार सदस्य दांसर बोदरा, जिला सचिव ओयबन हेम्ब्रम और अनुमंडल सचिव अशीष तिरिया उपस्थित रहे।
बैठक में बड़ी संख्या में ‘हो’ भाषा के शिक्षक-शिक्षिकाओं की भागीदारी रही, जिन्होंने आने वाले सत्र को सफल बनाने के लिए अपने सुझाव भी साझा किए। कार्यक्रम ने भाषा संरक्षण और साक्षरता प्रसार की दिशा में एक ठोस पहल के रूप में मजबूती से संदेश दिया।