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परसुडीह में मासूम से दुष्कर्म के मामले पर भाजपा का आक्रोश, प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त से मिलकर पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग

 

जमशेदपुर। परसुडीह थाना क्षेत्र में एक पांच वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना ने शहर को झकझोर कर रख दिया है। मामले में परसुडीह पुलिस और डीएसपी पर आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से मिलकर तीखी आपत्ति जताई है। भाजपा पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से भेंट कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और पीड़िता के परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की।

भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि घटना 25 जुलाई को घटित हुई थी, लेकिन डीएसपी और परसुडीह थानेदार की मिलीभगत से इसे दबाने की कोशिश की गई। यहां तक कि 27 जुलाई तक मामला दर्ज नहीं किया गया था। भाजपा कार्यकर्ताओं को जब इस पूरे मामले की जानकारी मिली, तो वे उसी रात लगभग 11 बजे थाने पहुंचे और जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक से वार्ता के बाद एफआईआर दर्ज करवाई गई। प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त से मिलकर स्पष्ट रूप से कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं होती, तो जनता का विश्वास पुलिस प्रशासन से उठ जाएगा।

उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कार्रवाई का आदेश जारी किया। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और बच्ची के परिवार को हर संभव सुरक्षा तथा सहायता प्रदान की जाएगी।

प्रतिनिधिमंडल में भाजपा जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा के अलावा उपाध्यक्ष बबुआ सिंह, मुख्यालय प्रभारी सुबोध झा, युवा मोर्चा के अध्यक्ष नीतीश कुमार, जिला परिषद सदस्य कुसुम पूर्ति, सुंदरनगर मंडल अध्यक्ष अमित मिश्रा, गजेंद्र सिंह, गोविंद पति, मनोज सिंह, सुनील कुमार झा, राजेश प्रसाद, सुनीता बेसरा, डॉ. राजीव कुमार, सोनू ठाकुर, कार्यालय सह प्रभारी संजीत प्रसाद चौरसिया, आलोक बाजपेई, गोविंद पोती, अभिषेक शुक्ला, ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष सागर राय सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।

भाजपा नेताओं ने यह भी मांग की कि जिन पुलिस अधिकारियों ने मामले को दबाने की कोशिश की, उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, पीड़िता के परिवार को सरकारी स्तर पर आर्थिक सहायता और न्यायिक प्रक्रिया में मदद दी जाए, ताकि बच्ची को न्याय मिल सके और समाज में एक सख्त संदेश जाए कि अपराधी किसी भी कीमत पर बच नहीं सकते। गौरतलब हो कि दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

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