ट्रंप के टैरिफ फैसले से शेयर बाजार धड़ाम, 10 मिनट में डूबे निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये

नई दिल्ली:अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा का सीधा असर गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिला। कारोबारी सत्र की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई, जिससे महज 10 मिनट में निवेशकों के करीब 3 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई, और बाजार में बिकवाली का माहौल छा गया।
सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत नकारात्मक रुख के साथ हुई। बीएसई सेंसेक्स 541.19 अंक की गिरावट के साथ 80,940.67 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 160.45 अंक टूटकर 24,694.60 पर कारोबार करता देखा गया।
इस गिरावट की मुख्य वजह अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा को माना जा रहा है। यह टैरिफ एक अगस्त से लागू होगा और इसके साथ ही अमेरिका की ओर से जुर्माने की चेतावनी ने निवेशकों में घबराहट बढ़ा दी है।
बाजार में गिरावट का असर:
सिर्फ शुरुआती कुछ घंटों में ही बीएसई का कुल बाजार पूंजीकरण 452.29 लाख करोड़ रुपये से घटकर 449.56 लाख करोड़ रुपये पर आ गया, जिससे करीब 3 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई।
बड़े लूजर्स और गेनर्स:
30 शेयरों वाले सेंसेक्स में सिर्फ 5 शेयर ही बढ़त में रहे, जबकि 25 शेयर लाल निशान पर बंद हुए।
टॉप लूजर: भारती एयरटेल (-1.53%), रिलायंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स आदि।
टॉप गेनर: इटर्नल (+1.53%), पावर ग्रिड (+1.00%), टाटा स्टील (+0.31%), एचयूएल (+0.08%) और आईटीसी (+0.06%)।
अन्य प्रमुख गिरावट वाले शेयर:
एसबीआई, बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस, सन फार्मा, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा जैसे दिग्गज शेयरों में भी गिरावट देखी गई।
बीएसई में आंकड़े:
कुल 3,085 शेयरों में से 2,033 शेयरों में गिरावट
887 शेयरों में बढ़त
165 शेयरों में कोई बदलाव नहीं
61 शेयरों में लोअर सर्किट और 61 में अपर सर्किट लगा
51 शेयर 52 हफ्तों के न्यूनतम स्तर पर
36 शेयर 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर
ट्रंप के टैरिफ का कारण:
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ लगाने के पीछे रूस से लगातार कच्चे तेल के आयात और लंबे समय से चली आ रही व्यापारिक बाधाओं को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने न केवल टैरिफ लगाने की घोषणा की, बल्कि भारतीय आयातकों पर अतिरिक्त आर्थिक जुर्माने की बात भी कही।
ट्रंप की टैरिफ नीति का असर भारतीय अर्थव्यवस्था और निवेशकों पर गंभीर रूप से पड़ा है। यदि यह स्थिति बनी रही, तो आने वाले दिनों में बाजार में और भी बड़ी उथल-पुथल देखने को मिल सकती है।