एनीमिया से जंग में अग्रणी बना खंडामौदा स्वास्थ्य केंद्र, सीएचओ और एएनएम को मिला सम्मान — जिला स्तर पर उत्कृष्ट कार्य के लिए उपायुक्त ने किया सम्मानित

जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिला में एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत बहरागोड़ा स्थित खंडामौदा स्वास्थ्य केंद्र ने जिले में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) शिलबंती नाग और सहायक नर्स दाई (एएनएम) शकुंतला महतो को उपायुक्त द्वारा शुक्रवार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
यह सम्मान उन्हें समुदाय में एनीमिया के प्रति जनजागरूकता फैलाने, नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करने और प्रभावित लोगों को समुचित उपचार एवं पोषण परामर्श प्रदान करने जैसे उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिया गया। दोनों स्वास्थ्यकर्मी लगातार जमीनी स्तर पर सक्रिय रहते हुए महिलाओं, किशोरियों और बच्चों में एनीमिया की रोकथाम के लिए समर्पित प्रयास कर रहे हैं।
गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में प्रारंभ किया गया एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम महिलाओं, बच्चों और किशोरों जैसे संवेदनशील आयु वर्ग में एनीमिया की दर को कम करने का उद्देश्य लेकर चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में सीएचओ और एएनएम की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। ये न केवल प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा का चेहरा हैं, बल्कि ग्रामीण समुदायों में स्वास्थ्य शिक्षा, आयरन और फोलिक एसिड की आपूर्ति, टीकाकरण और पोषण जागरूकता जैसे कार्यों को भी कुशलतापूर्वक अंजाम देते हैं।
राज्य स्तर पर “रक्त शक्ति महा अभियान” जैसी पहलें भी इस कार्यक्रम को गति देने में मदद कर रही हैं। यह अभियान विशेष रूप से 13 से 45 वर्ष की आयु की महिलाओं और किशोरियों में एनीमिया की पहचान और निवारण पर केंद्रित है।
खंडामौदा स्वास्थ्य केंद्र की यह उपलब्धि न केवल स्थानीय स्वास्थ्य प्रणाली के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह दर्शाती है कि समर्पित प्रयासों और सही दिशा में काम करने से एनीमिया जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है।