रांची में पारिवारिक कलह बना त्रासदी: मां ने दो मासूम बेटों संग की आत्महत्या, शव पांच दिन बाद मिले
न्यूज़ लहर संवाददाता
रांची।जगरनाथपुर थाना क्षेत्र स्थित लटमा के नागेश्वर एन्क्लेव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पारिवारिक तनाव और आपसी कलह ने एक पूरा परिवार निगल लिया। मां ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। जब पुलिस ने दरवाजा तोड़ा, तो घर के अंदर जो मंजर था, उसने सभी को झकझोर कर रख दिया।
रांची के नागेश्वर एन्क्लेव में शनिवार रात उस समय हड़कंप मच गया, जब एक फ्लैट के अंदर एक ही परिवार के तीन सदस्यों के शव फंदे से लटके मिले। मृतकों की पहचान सयुक्ता सिंह और उनके दो बेटों – आरव और आराध्य – के रूप में हुई है। पुलिस को शक है कि सयुक्ता ने पहले दोनों बच्चों को फांसी पर लटकाया और फिर खुद आत्महत्या कर ली।
घटना तब सामने आई जब सयुक्ता के पति बृजेश सिंह शनिवार रात अपने बच्चों के लिए चॉकलेट लेकर फ्लैट पहुंचे। उन्होंने पत्नी को कई बार फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा खटखटाया गया, पर अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद बृजेश ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो दरवाजा तोड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। दरवाजे को अंदर से न केवल लॉक किया गया था, बल्कि उसके पीछे भारी सामान भी अड़ा दिया गया था, ताकि कोई आसानी से अंदर न आ सके। दरवाजा तोड़ने के बाद पुलिस जब भीतर पहुंची, तो डाइनिंग हॉल में तीनों शव फांसी के फंदे पर लटके मिले।
शवों से दुर्गंध आ रही थी, जिससे पुलिस को अंदेशा हुआ कि घटना 4-5 दिन पुरानी हो सकती है। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक सयुक्ता और बृजेश के बीच लंबे समय से अनबन चल रही थी। दोनों ने कोर्ट में तलाक की अर्जी भी दी थी। बृजेश अक्सर बच्चों से मिलने फ्लैट के नीचे पहुंचते थे, लेकिन पत्नी के साथ उनका कोई संपर्क नहीं था।
बताया जा रहा है कि सयुक्ता आर्थिक तंगी से भी जूझ रही थीं। संभव है कि पारिवारिक कलह और आर्थिक बोझ ने उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया हो। हालांकि, आत्महत्या के कारणों की पुष्टि पुलिस जांच के बाद ही हो सकेगी।
फिलहाल पुलिस आत्महत्या के पीछे की वजहों की गहराई से जांच कर रही है और मोबाइल रिकॉर्ड, रिश्तेदारों के बयान व अन्य साक्ष्य जुटाने में जुटी है।