बहरागोड़ा में वज्रपात की चपेट में आकर दो किसानों की मौत, धान रोपाई के दौरान खेत में गिरा ठनका

जमशेदपुर।पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार को तेज बारिश के बीच वज्रपात की चपेट में आने से दो ग्रामीण किसानों की मौत हो गई। दोनों मृतक खेतों में धान की रोपाई कर रहे थे, तभी आसमान से गिरी बिजली ने उनकी जान ले ली।
बहरागोड़ा थाना अंतर्गत डोमजुड़ी और साकरा पंचायत के खेतों में सोमवार को वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान नेकड़ाडीहा गांव निवासी 55 वर्षीय कमल घोष और गोला पड़ाशिया गांव की 45 वर्षीय विधवा महिला गुनी मुंडा के रूप में हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह का मौसम सामान्य था, लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम ने करवट ली और गरज-चमक के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। उसी दौरान दोनों किसान अपने-अपने खेतों में धान की रोपाई में जुटे थे, तभी आसमान से जोरदार ठनका गिरा। ठनके की चपेट में आने से दोनों अचेत होकर खेत में ही गिर पड़े।
पास के खेतों में काम कर रहे अन्य किसानों ने घटना की जानकारी तुरंत परिजनों और ग्रामीणों को दी। दोनों को आनन-फानन में निजी वाहन से बहरागोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) लाया गया, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही बहरागोड़ा पुलिस टीम अस्पताल और घटनास्थल पर पहुंची तथा शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही, कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
कमल घोष अपने पीछे पत्नी काजल घोष और पुत्र शिव शंकर घोष को छोड़ गए हैं। वहीं, गुनी मुंडा पहले से ही विधवा थीं, और उनके निधन से उनका परिवार पूरी तरह से टूट गया है।
इन दोनों आकस्मिक मौतों की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजनों के साथ-साथ ग्रामीण भी इस हृदयविदारक हादसे से स्तब्ध हैं। गांववालों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को शीघ्र मुआवजा देने की मांग की है।