कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ से मची भगदड़, दो महिलाओं की मौत, एक दर्जन घायल

मध्य प्रदेश: सीहोर जिले में स्थित पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में मंगलवार को शिवभक्तों की भारी भीड़ के बीच अफरा-तफरी मच गई। भीड़ के दबाव से धक्का-मुक्की की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई और एक दर्जन श्रद्धालु सहित अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
5 अगस्त को कुबेरेश्वर धाम में आयोजित शिवमहापुराण कथा और आगामी कांवड़ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। बताया जा रहा है कि 6 अगस्त को कुबेरेश्वर धाम से चितावलिया हेमा गांव तक कांवड़ यात्रा आयोजित होनी है, लेकिन उससे पहले ही भारी संख्या में श्रद्धालु स्थल पर पहुंच गए।
प्रशासन और आयोजकों ने नमक चौराहा, राधेश्याम कॉलोनी, बजरंग अखाड़ा, अटल पार्क, शास्त्री स्कूल, लुर्द माता स्कूल और सीवन नदी के किनारे ठहरने की व्यवस्था का दावा किया था, जिसमें करीब 4 हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की योजना बनाई गई थी। लेकिन यह अनुमान भीड़ की वास्तविक संख्या के सामने पूरी तरह असफल साबित हुआ और व्यवस्थाएं चरमरा गईं।
इसी अफरा-तफरी में श्रद्धालुओं के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे दो महिला श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक दर्जन गंभीर रूप से घायल हो गए।
हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपीं। अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह ने एसडीएम तन्नय वर्मा को व्यवस्था का प्रभारी नियुक्त किया। हालांकि हादसे के समय स्थल पर तैनात पुलिस बल और मेडिकल टीमों की संख्या स्पष्ट नहीं हो सकी।
यात्रा के मद्देनजर प्रशासन ने पहले से डायवर्जन प्लान की भी घोषणा की थी। एसपी दीपक शुक्ला ने जानकारी दी थी कि 5 अगस्त की रात 12 बजे से 6 अगस्त की रात 11 बजे तक अलग-अलग रूट डायवर्जन और पार्किंग व्यवस्था लागू होनी थी। भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से और छोटे वाहनों को न्यू क्रिसेंट चौराहा से अमलाहा होते हुए भेजने की योजना थी। लेकिन हादसे के समय तक यह प्लान लागू नहीं हो सका, जिससे भीड़ नियंत्रण में न आ सकी।
उल्लेखनीय है कि कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित शिवमहापुराण कथा में शामिल होने के लिए हर साल देश के कई राज्यों से श्रद्धालु आते हैं। इस बार भी यही श्रद्धा भारी भीड़ में तब्दील हो गई, जिसने एक दर्दनाक हादसे का रूप ले लिया।