मझगांव में भव्य तिरंगा रैली, शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि, ग्रामीणों के जोश ने भरा देशभक्ति का संचार

मझगांव: आजादी के 79वें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भाजपा द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन सिंदूर और देश के महान सपूतों को श्रद्धांजलि देने की भावना के साथ मझगांव विधानसभा क्षेत्र के मझगांव एवं मंझारी प्रखंडों में मंगलवार को एक ऐतिहासिक तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। यह रैली पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई के नेतृत्व में निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और आम ग्रामीणों ने भाग लिया।
रैली की शुरुआत मझगांव प्रखंड के खैरपाल नया गांव स्थित शहीद सनातन पाठ पिंगवा की समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इस मौके पर उनके परिजनों को कंबल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया, जिससे वातावरण भावुक हो उठा और हर आंख में वीर शहीदों के प्रति श्रद्धा झलकने लगी।
इसके बाद भव्य मोटरसाइकिल तिरंगा रैली की शुरुआत हुई, जो मझगांव के विभिन्न चौक-चौराहों से होकर गुज़री। रैली में गूंजते “भारत माता की जय”, “वीर शहीद अमर रहें”, “वंदे मातरम” जैसे नारों ने पूरे क्षेत्र को देशभक्ति के रंग में रंग दिया।
जनसमूह को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई ने कहा आज देश अपनी आज़ादी की 79वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस आज़ादी के पीछे हजारों क्रांतिकारियों की कुर्बानियां हैं। हम सबका कर्तव्य है कि उनकी यादों को ज़िंदा रखें और उनके सपनों का भारत बनाएं। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से हमने यह दिखा दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सैन्य क्षमता विश्व के समक्ष एक मिसाल बन चुकी है।
उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि इस रैली में सिर्फ भाजपा कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि क्षेत्र के हजारों ग्रामीण भी उत्साह के साथ शामिल हुए हैं। यह भारत की एकता और जनमानस में देशभक्ति की भावना का प्रमाण है।
इस तिरंगा रैली में भाजपा जिला महामंत्री प्रताप कटिहार महतो, भाजपा प्रदेश मंत्री मनोज कुमार महतो, मंझगांव प्रखंड अध्यक्ष मंगल सिंह हेम्ब्रम, अल्पसंख्यक मोर्चा जिला अध्यक्ष मजहर हुसैन, प्रकाश भूषण सिंकु, महेंद्र प्रसाद गोप, कांग्रेस मांझी, संजीव कुमार बेहरा, संजीव कुमार माटिया, जागदीश नायक, मार्शल पाठ पिंगुवा, मोहम्मद मुमताज, फिरोज चंद्र महाकुड़, रामदेव पाठ पिंगुवा, गुलशन पाठ पिंगुवा, सुमंत बेहरा सहित अनेक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
रैली में युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था। तिरंगा लहराते इन देशप्रेमियों ने यह साबित कर दिया कि आज भी राष्ट्रभक्ति गांव-गांव में जीवित है और हर नागरिक अपने तिरंगे को सम्मानपूर्वक लहराने को तत्पर है।