एमजीएम अस्पताल परिसर में मंदिर और वट वृक्ष तोड़े जाने के विरोध में विहिप का प्रदर्शन
जमशेदपुर। साकची थाना क्षेत्र स्थित पुराने एमजीएम अस्पताल परिसर में मुख्य गेट के सामने स्थित वट वृक्ष और मंदिर को तोड़े जाने के विरोध में गुरुवार को विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) जमशेदपुर महानगर ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में विहिप कार्यकर्ता और स्थानीय श्रद्धालु शामिल हुए।
विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं एमजीएम अस्पताल के कर्मचारी अमरनाथ सिंह ने बताया कि यह मंदिर करीब 40 वर्षों से अस्पताल परिसर में स्थित है, और भगवान शिव, माता पार्वती, श्री गणेश, हनुमान जी सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं यहां स्थापित हैं। उन्होंने कहा, “इस मंदिर की महिमा ऐसी है कि लोग अस्पताल में इलाज के लिए रोते हुए आते थे, और यहां मन्नत मांगने के बाद स्वस्थ होकर मुस्कुराते हुए लौटते हैं।”
अमरनाथ सिंह ने बताया कि उन्हें एक ठेकेदार से मंदिर तोड़े जाने की सूचना मिली है, जिसके बाद उन्होंने और अन्य श्रद्धालुओं ने इसका विरोध शुरू किया। उन्होंने कहा कि मंदिर को तोड़ने के बजाय इसे और भव्य रूप से विकसित किया जाना चाहिए, ताकि अधिक श्रद्धालु यहां आकर पूजा-अर्चना कर सकें।
प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन से अपील की है कि मंदिर और वट वृक्ष को संरक्षित किया जाए, क्योंकि यह न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के लिए मानसिक संबल का भी स्रोत है।
सूत्रों के अनुसार, अस्पताल प्रबंधन ने परिसर के विकास कार्य के तहत गेट के आसपास के क्षेत्र में सौंदर्यीकरण और निर्माण कार्य की योजना बनाई है, जिसमें मंदिर और वट वृक्ष बाधक बताए जा रहे हैं। हालांकि, इस मुद्दे पर अब तक कोई आधिकारिक लिखित बयान जारी नहीं किया गया है।
विहिप ने चेतावनी दी है कि अगर मंदिर और वट वृक्ष को नुकसान पहुंचाया गया तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे और शहरव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे।