नशा मुक्ति अभियान का आयोजन महिला कॉलेज चाईबासा में

चाईबासा: महिला कॉलेज चाईबासा में आज अपराह्न 1.30 बजे बी.एड. विभाग के मल्टीपरपज हॉल में नशा मुक्ति अभियान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) 174 बटालियन, आईक्यूएसी और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कमांडेंट मनोज डांग और असिस्टेंट कमांडेंट श्रीमती शांति किस्कू को पौधे और छात्राओं द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स प्रतीक चिन्ह के रूप में भेंट की गईं।
कॉलेज की प्राचार्या डॉ. प्रीतिबाला सिन्हा ने नशे की लत को एक मानसिक बीमारी बताते हुए इसके दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नशे की प्रवृत्ति व्यक्ति के लगातार किसी पदार्थ के उपयोग से उत्पन्न होती है और इसका इलाज संभव है।
कमांडेंट मनोज डांग ने नशे के मनोवैज्ञानिक कारणों की विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि मानसिक तनाव, सामाजिक दबाव, भावनात्मक असंतुलन और व्यक्ति के अनुभव नशे की लत के प्रमुख कारण हो सकते हैं।
असिस्टेंट कमांडेंट शांति किस्कू ने अपने वक्तव्य में कहा कि अच्छी संगति व्यक्ति को महान बनाती है, जबकि बुरी संगति उसका पतन कर सकती है।
कार्यक्रम का संचालन सेमेस्टर-3 की छात्रा श्रद्धा बोस ने किया और धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष मोबारक करीम हाशमी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में सीआरपीएफ 174 बटालियन की ओर से महिला कॉलेज को प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।
इस अवसर पर डॉ. निवारण महथा, डॉ. सुचिता बाड़ा, डॉ. राजीव लोचन नमता, सितेंद्र रंजन सिंह, मदन मोहन मिश्रा सहित अन्य शिक्षकगण तथा सेमेस्टर-2 और 3 की छात्राएँ उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।