आर.एस.एस.डी.आई. का राज्य स्तरीय सम्मेलन सम्पन्न, चाईबासा के डॉ. सौम्य सेनगुप्ता को मिली अहम ज़िम्मेदारी

चाईबासा: झारखंड राज्य आर.एस.एस.डी.आई. (RSSDI – रिसर्च सोसाइटी फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया) की ओर से दो दिवसीय मध्यावधि राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन धनबाद में सफलतापूर्वक किया गया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में देशभर के डायबिटीज़ विशेषज्ञों ने भाग लिया और मधुमेह के उभरते मामलों, उपचार के नए तरीकों और अनुसंधान की दिशा में विस्तार से विचार-विमर्श किया।
सम्मेलन के दौरान आर.एस.एस.डी.आई. की एक नई पहल ‘आर.आर.ओ.पी.’ (RSSDI Rural Outreach Program) की शुरुआत की गई। यह कार्यक्रम ग्रामीण इलाकों में मधुमेह और उससे जुड़ी बीमारियों के इलाज और प्रबंधन को लेकर एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जा रहा है। झारखंड के कुछ चुने हुए जिलों में इसे प्राथमिक तौर पर लागू किया जाएगा।
पश्चिमी सिंहभूम जिले के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. सौम्य सेनगुप्ता को इस परियोजना में राज्य समन्वयक (State Coordinator) के रूप में आमंत्रित किया गया है। चाईबासा के डॉ. सेनगुप्ता इस योजना के तहत जिले में कार्यान्वयन की जिम्मेदारी निभाएंगे।
उल्लेखनीय है कि डॉ. सेनगुप्ता के नेतृत्व में रोटरी क्लब के सहयोग से सदर प्रखंड के पामपाड़ा गांव में एक ग्रामीण स्वास्थ्य जांच केंद्र की स्थापना की जाएगी। इस केंद्र के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच की जाएगी, ताकि गांव को रोगमुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाया जा सके।
डॉ. सेनगुप्ता ने बताया कि इस केंद्र का उद्देश्य सिर्फ मधुमेह ही नहीं, बल्कि अन्य गैर-संचारी रोगों की भी समय पर पहचान और रोकथाम करना है। साथ ही, लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी इस कार्यक्रम का अहम हिस्सा होगा।
इस पहल को ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को समय पर जांच और इलाज की सुविधा मिल सकेगी।