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रांची में महिला को धमकी देने का मामला: डीजीपी ने दिए जांच के आदेश, डीआईजी बजट संध्या रानी मेहता को सौंपी जिम्मेदारी

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

रांची: गोंदा थाना क्षेत्र की रहने वाली खुशी तिवारी को आपराधिक प्रवृत्ति के एक व्यक्ति द्वारा धमकी देने के मामले में झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने संज्ञान लिया है। उन्होंने इस मामले की जांच का जिम्मा डीआईजी बजट संध्या रानी मेहता को सौंपा है। डीजीपी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक गोंदा और नामकुम थाना के जांचकर्ता कोई कार्रवाई नहीं करेंगे।

 

खुशी तिवारी, जिनके पति पहले ही उन्हें छोड़ चुके हैं, इस समय आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं। उन्होंने इसी कारण कुछ रकम ब्याज पर ली थी। खुशी का आरोप है कि रकम लेने के बाद प्रियंका नायक और उसके भाई काशीनाथ नायक ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया और काशीनाथ से शादी करने का दबाव बनाया।

 

काशीनाथ नायक, जो नामकुम थाना क्षेत्र का रहने वाला है, पर फर्जी शादीनामा बनवाने और खुशी की अश्लील तस्वीरें तैयार कर ब्लैकमेल करने का आरोप है। इस मामले में खुशी ने गोंदा थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने काशीनाथ को गिरफ्तार किया था।

 

हालांकि जेल से छूटने के बाद काशीनाथ ने फिर से खुशी को धमकाना शुरू कर दिया। खुशी का आरोप है कि काशीनाथ ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर नामकुम थाना में उन पर और उनके परिवार पर झूठा केस दर्ज करवाया। उनका कहना है कि काशीनाथ जमीन दलाली करता है और स्थानीय पुलिस अधिकारियों से उसकी मिलीभगत है।

 

खुशी ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी डीके सिंह भी उन्हें और उनके परिवार को झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दे रहे हैं।

 

मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी अनुराग गुप्ता ने रांची एसएसपी को निर्देश दिया है कि डीआईजी बजट संध्या रानी मेहता की जांच पूरी होने तक गोंदा और नामकुम थाना के जांचकर्ता कोई कदम नहीं उठाएंगे। साथ ही नामकुम थाना के जांचकर्ताओं को यह भी आदेश दिया गया है कि वे डीआईजी के आदेश के बिना खुशी तिवारी के घर नहीं जाएंगे।

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