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केंद्र सरकार के खिलाफ झामुमो का प्रदर्शन, 24 अगस्त को चाईबासा में होगा पुतला दहन

 

चाईबासा: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा संसद में 20 अगस्त को प्रस्तुत एक विधेयक को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। झामुमो ने इस विधेयक को असंवैधानिक करार देते हुए केंद्र सरकार पर हिटलरशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।

झामुमो के जिला प्रवक्ता बुधराम लागुरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस विधेयक के जरिए भारतीय संविधान के उस मौलिक सिद्धांत का उल्लंघन किया गया है, जिसके तहत “दोष साबित होने तक कोई भी आरोपी निर्दोष माना जाता है”। उन्होंने कहा कि यह विधेयक जनप्रतिनिधियों को उनके दायित्वों से विमुख करने और जनता के जनादेश का अपमान करने का षड्यंत्र है।

श्री लागुरी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह राजनीतिक लाभ के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक के माध्यम से किसी भी जनप्रतिनिधि को 30 दिनों से अधिक न्यायिक हिरासत में भेजकर उसे पद छोड़ने के लिए बाध्य किया जा सकता है, भले ही उसका दोष सिद्ध न हुआ हो।

विधेयक के विरोध में झामुमो की ओर से 24 अगस्त को चाईबासा जिला मुख्यालय में पुतला दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस संबंध में झामुमो जिला अध्यक्ष सोनाराम देवगम ने पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं, जनप्रतिनिधियों, जिला और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को पत्र जारी कर कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया है।

पार्टी कार्यकर्ता इस विधेयक के खिलाफ गांव-गांव जाकर जनजागरूकता अभियान भी चला रहे हैं। झामुमो का कहना है कि यह विधेयक भाजपा की सत्ता में बने रहने की रणनीति का हिस्सा है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।

पुतला दहन कार्यक्रम में जिले भर से हजारों की संख्या में झामुमो कार्यकर्ताओं के चाईबासा पहुंचने की संभावना है।

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