खेल से मिलता है अनुशासन और प्रतिस्पर्धा का पाठ : जोबा माझी

चक्रधरपुर: ईटोर पंचायत के डुमरडीहा गांव में दीवाना क्लब द्वारा आयोजित दो दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का समापन रविवार को हुआ। प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में बाईसाई एफसी ने नारन ब्रदर्स को हराकर खिताब अपने नाम किया।
मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित सिंहभूम की सांसद जोबा माझी ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल न केवल करियर का माध्यम बन सकता है, बल्कि इससे अनुशासन और प्रतिस्पर्धा की भावना भी विकसित होती है। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं, जो एक सकारात्मक संकेत है।
फाइनल मुकाबला बाईसाई एफसी और नारन ब्रदर्स के बीच खेला गया, जो निर्धारित समय तक बराबरी पर रहा। इसके बाद पेनाल्टी शूटआउट में भी मुकाबला बराबर रहा, अंततः टॉस के जरिए विजेता का फैसला किया गया, जिसमें बाईसाई एफसी को जीत मिली। विजेता, उपविजेता और शीर्ष आठ टीमों को खस्सी (बकरा) और नकद पुरस्कार दिए गए।
समारोह की शुरुआत में सांसद जोबा माझी समेत अन्य अतिथियों ने फाइनल में पहुंची दोनों टीमों के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर गोपीनाथपुर के मुखिया सेलाय मुंडा, ईटोर के मुखिया सोमनाथ कोया, चैनपुर के मुखिया साहेब हेम्ब्रम, समाजसेवी रमेश बोदरा, गोपीनाथ चाकी, अम्बुज मुखी, राजू सुंडी, अमित बोदरा, फिरोज बोदरा, शिव सुंडी, विवेक सुंडी, गोमदे पुरती समेत बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।
ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे आयोजनों से युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है और क्षेत्र में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।