डिमना चौक से लेकर एमजीएम अस्पताल तक 40 वर्षों से रोजी-रोटी चला रहे दुकानदार को बिना बसाये हटाना गलत विधायक और संसद को आगे आकर स्थाई व्यवस्था करवानी चाहिए – विकास सिंह

जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन के द्वारा बलपूर्वक सोमवार को डिमना चौक से लेकर नए एमजीएम अस्पताल तक लगभग चार दशक से अपनी जीविका चला रहे सैकड़ो दुकानदारों को उजाड़ दिया गया । लगातार एक सप्ताह से लाउडस्पीकर के माध्यम से दुकानदारों को स्वयं हटने या उन्हीं से रुपया वसूल कर हटाने की चेतावनी दी जा रही थी आज अंतत: उन्हें उजाड़ दिया गया। भाजपा के पूर्व नेता विकास सिंह ने इस प्रक्रिया को एक ओर जहां जनहित के लिए प्रशासन के द्वारा उठाए गए कदम को सही बताते हुए कहा कि कोल्हान का सबसे बड़ा अस्पताल का निर्माण डिमना चौक के आगे हो गया है 24 घंटे एंबुलेंस के साथ-साथ भारी संख्या में लोगों का आवागमन अस्पताल में होता है सड़क सकरा और सिंगल लाइन होने के कारण अक्सर मरीजों एवं डॉक्टरों को जाम का सामना करना पड़ता है ।
इसलिए सड़क का चौड़ीकरण अवश्य होना चाहिए लेकिन विकास सिंह ने कहा कि जिस प्रकार बिष्टुपुर का गैरेज गांव, संजय मार्केट, शालिनी मार्केट और पुराना कोर्ट के समीप स्थित ओल्ड बुक स्टोर का बाजार बनाकर रोज कमाने खाने वाले को रोजी रोजगार उपलब्ध कराया गया है उसी तर्ज पर स्थानीय विधायक और सांसद को आगे आकर लगभग 40 वर्षों से अपने परिवार की जीविका चला रहे सैकड़ो दुकानदारों को स्थाई स्थान सरकार से दिलवा कर उन्हें बेरोजगार होने से बचाया जाना चाहिए था । लेकिन चुनावी वर्ष नहीं होने के कारण विधायक और सांसद इस मामले में पूरी तरह चुप्पी साधे रहे जिसका दुष्परिणाम यह हुआ कि आज सैकड़ो दुकानदार बिना बसायें उजाड़ दिए गए । विकास सिंह ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी से भी निवेदन करते हुए ध्यान आकर्षण कराते हुए कहा की विस्थापन नीति के तहत डिमना चौक से लेकर नए एमजीएम अस्पताल तक उजाड़े गए दुकानदारों को स्थाई दुकान देते हुए रोजी रोजगार का साधन उपलब्ध कराया जाए ।