राष्ट्रीय खेल दिवस पर ‘खेलो भारत’ कार्यक्रम में प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित*

चाईबासा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) पश्चिमी सिंहभूम जिला इकाई द्वारा राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर ‘खेलो भारत’ कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को टाटा कॉलेज चाईबासा स्थित बिरसा मुंडा मेमोरियल हॉल में किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न कॉलेजों और स्कूलों के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि चाईबासा पूर्व सांसद गीता कोड़ा उपस्थित रहीं, जबकि विशिष्ट अतिथियों में डॉ. मनमत नारायण मिश्रा, डीपीएस स्कूल के प्राध्यापक प्रो. दीपेन्द्र कुमार प्रसाद, अभाविप के जिला प्रमुख डॉ. हरीश कुमार, कॉलेज उपाध्यक्षा तनुश्री बानरा, और कॉलेज मंत्री जादू लोमगा मंच पर मौजूद थे।
मुख्य अतिथि गीता कोड़ा ने अपने संबोधन में कहा, “भारत आज खेलों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर पहचान बना रहा है। ऐसे में युवाओं को आगे आकर खेलों में भाग लेना चाहिए। खेल न सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि आत्मविश्वास और अनुशासन भी सिखाते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि खेलों में उम्र की कोई सीमा नहीं होती, और एक महिला द्वारा अपने बच्चे के साथ पुरस्कार लेने की घटना ने यह साबित कर दिया है।
गीता कोड़ा ने उपस्थित युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा – “खेलेगा युवा, तो जीतेगा भारत।”
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। मुख्य रूप से निम्नलिखित प्रतिभागियों ने अपनी उत्कृष्टता दिखाई:
ऊंची कूद
महिला वर्ग: प्रथम – मालती मुंडा
पुरुष वर्ग: प्रथम – राज रायण राउत, द्वितीय – शिवलाल पूरती
लंबी कूद
पुरुष वर्ग: प्रथम – सनाप बोदरा, द्वितीय – शिवलाल पूरती
महिला वर्ग: प्रथम – मालती मुंडा, द्वितीय – बीमित बानरा
400 मीटर दौड़ (महिला)
प्रथम – मालती मुंडा, द्वितीय – नर्तीस पूरती
600 मीटर दौड़ (पुरुष)
प्रथम – पुरुषोत्तम अंगरिया, द्वितीय – अमित इचगुटु
इंटर स्तर दौड़
पुरुष वर्ग: प्रथम – संकु मरांडी, द्वितीय – डोंगर पूरती
महिला वर्ग: प्रथम – त्रिपुला प्रधान, द्वितीय – नदिया प्रधान
कार्यक्रम को सफल बनाने में लखन पिंगुवा, सुरेश बिरुवा, शुरसिंह हाइबुरु, सुरेश सिद्धू, लक्ष्मण गोप सहित कई कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इस आयोजन ने न केवल प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया, बल्कि खेलों के प्रति युवाओं में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार भी किया। अभाविप द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम जिले में खेल संस्कृति को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक सराहनीय पहल के रूप में देखा जा रहा है।