चाईबासा में नक्सल विरोधी अभियान की बड़ी सफलता, 10 लाख का इनामी नक्सली ढेर

चाईबासा।पश्चिमी सिंहभूम जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत झारखंड पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर चलाए गए विशेष अभियान के दौरान रविवार को पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) का जोनल कमेटी सदस्य और दस लाख रुपये का इनामी नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटन मारा गया। कार्रवाई चाईबासा जिला पुलिस और कोबरा 209 बटालियन ने संयुक्त रूप से अंजाम दी।
मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को कड़ी टक्कर दी। जवाबी फायरिंग में कुख्यात नक्सली अपटन ढेर हो गया। घटनास्थल से एक एसएलआर रायफल, कई कारतूस और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद की गई हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के आलोक में आगे की सभी विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है।
ढेर किए गए नक्सली पर कई जिलों में बड़ी घटनाओं को अंजाम देने का आरोप था। वह अब तक चाईबासा और आसपास के इलाकों में करीब 96 से अधिक नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है। इसके अलावा उसने एक दर्जन से भी ज्यादा पुलिसकर्मियों की हत्या की और कई बार हथियार भी लूटे। वर्ष 2014 में चाईबासा जिला बल बैंक घटना, सरायकेला जिला के फुकडू में पुलिसकर्मी की हत्या और हथियार लूट, गोइलकेरा थाना क्षेत्र में पूर्व विधायक गुरुचरण नावक पर हमला और दो जवानों की हत्या जैसे कई मामलों में उसकी संलिप्तता रही है। वर्ष 2022 में झिरकाटां में हुए हमले और हथियार लूट का भी वह मास्टरमाइंड था।
मृत नक्सली की पहचान अमित हांसदा उर्फ अपटन उर्फ चंद्रमोहन हांसदा, पिता गुड्डू हांसदा, निवासी ढोड़ी, थाना चतरोचट्टी, जिला बोकारो के रूप में हुई है। वर्ष 2008 से सक्रिय यह नक्सली लंबे समय से झारखंड पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बना हुआ था। उसकी मौत को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
झारखंड पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।