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कोल्हान में प्रशासन और मुण्डा-मानकी के संबंधों पर जिला प्रशासन का स्पष्ट संदेश

 

चाईबासा: जिला प्रशासन ने कोल्हान क्षेत्र में मुण्डा-मानकी परंपरा को लेकर हाल के दिनों में उपजे असंतोष और भ्रम की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा है कि मुण्डा-मानकी व्यवस्था क्षेत्र की परंपरा और शासन प्रणाली का अभिन्न हिस्सा है, और इसे पूर्ववत बनाए रखा जाएगा।

प्रशासन ने बताया कि मुण्डा-मानकी राजस्व प्रणाली के महत्वपूर्ण अंग हैं, और वंशावली जारी करने की परंपरा पूर्व की भांति जारी रहेगी। यदि किसी कारणवश मुण्डा अनुपस्थित हैं या उनका निधन हो गया है, तो संबंधित मानकी वंशावली जारी करेंगे। यदि दोनों ही अनुपलब्ध हों, तो परंपरागत विकल्पों से वंशावली निर्गत की जाएगी।

प्रशासन ने यह भी जानकारी दी कि बीते दो-तीन महीनों में रिक्त पड़े मुण्डा-मानकी पदों पर ग्राम सभा के माध्यम से नियुक्तियां की गई हैं, और शेष रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति की जाएगी।

मुण्डा-मानकी के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों के संबंध में प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की कार्रवाई सिर्फ कोल्हान अधीक्षक या मुण्डा-मानकी न्याय पंच की जांच रिपोर्ट के आधार पर ही की जाएगी। बिना ठोस प्रमाण के किसी भी मुण्डा या मानकी को पद से नहीं हटाया जाएगा।

प्रशासन ने यह भी चेतावनी दी कि कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक जानकारी फैलाकर समाज में भ्रम फैला रहे हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में किसी भी मुण्डा या मानकी को पद से नहीं हटाया गया है। यदि भविष्य में कोई व्यक्ति इस तरह की अफवाह फैलाता पाया गया, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इसके अलावा, जिला प्रशासन ने बताया कि हुकुकनामा, विलकिन्सन रूल्स व अन्य पारंपरिक नियमों के संबंध में आम जनता और मुण्डा-मानकी के बीच जानकारी की कमी देखी गई है। इसीलिए प्रशासन द्वारा नियमित रूप से कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जिससे लोगों को उनके अधिकारों और दायित्वों की पूरी जानकारी मिल सके।

अंत में प्रशासन ने कोल्हान क्षेत्र में मुण्डा-मानकी व्यवस्था के योगदान को सम्मानपूर्वक स्वीकारते हुए गुवा शहीद श्रद्धांजलि-सह-परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम में सभी संबंधितों को शामिल होने का आग्रह किया है।

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