पारा शिक्षकों को मिला सम्मान, ‘प्रयास एक नयी पहल’ संस्था ने किया आयोजन

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले में कार्यरत पारा शिक्षकों को उनके शैक्षणिक योगदान के लिए सम्मानित करने हेतु ‘प्रयास एक नयी पहल’ नामक गैर-सरकारी संगठन द्वारा तीसरा वार्षिक पारा शिक्षक दिवस सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन शांति जूनियर्स प्री स्कूल परिसर में किया गया।
झारखंड सरकार से पंजीकृत यह संस्था विगत कई वर्षों से सामाजिक एवं शैक्षणिक क्षेत्र में कार्य कर रही है। कार्यक्रम की शुरुआत संस्था की सदस्य बेला जेराई के मंच संचालन से हुई। इसके बाद संस्था की सचिव सीमा तिर्की ने मुख्य अतिथि डॉ. अर्पित सुमन टोप्पो और सामाजिक कार्यकर्ता नेहा निषाद, उपस्थित शिक्षकों एवं अतिथियों का स्वागत किया।
सीमा तिर्की ने संस्था की गतिविधियों की जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षक समाज को शिक्षित करने के साथ-साथ उसे नई दिशा देने का कार्य करते हैं। संस्था के अध्यक्ष गुरमुख सिंह खोखर ने अपने संबोधन में कहा कि माता-पिता के बाद शिक्षक ही छात्रों के जीवन को संवारने का कार्य करते हैं और उन्हें अनुशासन व सफलता की राह दिखाते हैं।
समारोह में पारा शिक्षक महजबीन बेगम, रंजीता सिंह, अमर कुमार प्रजापति और विकास कुमार को पुष्पगुच्छ, शॉल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सभी शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा करते हुए संस्था के प्रयास की सराहना की।
मुख्य अतिथि डॉ. अर्पित सुमन टोप्पो और नेहा निषाद को भी संस्था की ओर से सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में डॉ. टोप्पो ने कहा कि जिले में शिक्षक दिवस के अवसर पर पारा शिक्षकों को सम्मानित करने का कार्य ‘प्रयास एक नयी पहल’ संस्था लगातार कर रही है, जो प्रशंसनीय है।
नेहा निषाद ने संस्था के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव लाते हैं। कार्यक्रम के अंत में संस्था की सदस्य मीनाक्षी विश्वकर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए शांति जूनियर्स प्री स्कूल को कार्यक्रम स्थल उपलब्ध कराने के लिए आभार जताया।
कार्यक्रम में संस्था की कोषाध्यक्ष संध्या सुरीन, सभी सदस्य, शिक्षक और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।