हजारीबाग में फर्जी एंटी करप्शन ब्यूरो गिरोह का भंडाफोड़

हजारीबाग: पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है, जो फर्जी तरीके से खुद को एंटी करप्शन ब्यूरो का अधिकारी बताकर लोगों से अवैध वसूली कर रहे थे।
पूरा मामला कटकमसांडी प्रखंड का है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से मेडिकल स्टोर संचालकों के बीच दहशत फैली हुई थी। सफेद रंग की स्कॉर्पियो में सवार कुछ लोग पुलिसिया बूट और वर्दी जैसा पहनावा धारण कर मेडिकल दुकानों पर पहुंचते थे। खुद को एंटी करप्शन ब्यूरो का अधिकारी बताते और दस्तावेज दिखाने के नाम पर दुकानदारों से जबरन पैसे वसूलते थे। इसी क्रम में इन्होंने दो दुकानों से जबरन वसूली भी की थी।
जैसी ही इसकी भनक हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक अंजनी अनजान को लगी, उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल एक विशेष टीम गठित कर छापेमारी का आदेश दिया। पुलिस ने सतर्कता और तकनीकी जांच के आधार पर महज 48 घंटे के भीतर ही इस गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया।
पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें नंदू वीर राम (खिरगांव बड़ा बाजार, हजारीबाग), महेश कुमार पासवान (गोमिया, बोकारो), अयोध्या नारायण पासवान (गिद्धौर, चतरा) और धनेश्वर (थाना मुफस्सिल, हजारीबाग) शामिल हैं। इनके पास से 2500 रुपये नगद, जाली दस्तावेज, नकली मुहर और एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो वाहन बरामद की गई है।
हजारीबाग ASP अमित कुमार ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से भोले-भाले दुकानदारों को निशाना बनाता आ रहा था। ये लोग पूरी साजिश के तहत नकली कागजात और मुहर लेकर दुकानदारों को डराते-धमकाते और पैसे वसूलते थे। फिलहाल चारों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।