गुवा में धूमधाम से संपन्न हुई चित्रगुप्त भगवान की पूजा और भाई दूज पर्व, कायस्थ समाज ने की कलम-दवात की आराधना

न्यूज़ लहर संवाददाता
गुवा : गुवा और आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को भाई दूज और चित्रगुप्त पूजा का पर्व बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। एक ओर बहनों ने अपने भाइयों की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना के लिए भाई दूज की पूजा की, वहीं दूसरी ओर कायस्थ समाज के लोगों ने योग नगर स्थित चित्रगुप्त मंदिर में अपने आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त की भव्य पूजा-अर्चना की।
गुवा बाजार, सेवा नगर, स्टेशन कॉलोनी, विवेक नगर, कल्याण नगर, हिरजीहाटिंग, कैलाश नगर और बड़ाजामदा के विभिन्न इलाकों में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ बहनों ने भाई दूज मनाया। बहनों ने यम भगवान से अपने भाइयों की दीर्घायु की प्रार्थना करते हुए पारंपरिक गीत गाए और गोबर से बने गोधन की कुटाई की। पूजा के दौरान चना और रेघनी के कांटे को गोधन पर चढ़ाया गया, जिसके बाद रेघनी के कांटे को जीभ से चुभोने की परंपरा निभाई गई। फिर बहनों ने भाइयों को चना (बजरी) और लड्डू खिलाकर उनका तिलक किया।
उधर, कायस्थ समाज द्वारा चित्रगुप्त पूजा की विशेष तैयारियां की गईं। घरों और मंदिरों में कलम-दवात, बही-खाता, फल-फूल और पूजन सामग्री से भगवान चित्रगुप्त की आराधना की गई। इस अवसर पर समाज के लोगों ने सामूहिक आरती की और ज्ञान, लेखन व प्रशासनिक उन्नति की कामना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सेल कर्मी एवं समाजसेवी भूषण लाल ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त जीवों के कर्मों का लेखा-जोखा रखने वाले देवता हैं। उनकी पूजा पापों से मुक्ति, सद्कर्मों की प्रेरणा और बुद्धि व ज्ञान की वृद्धि के लिए की जाती है। इस अवसर पर पुजारी नागेंद्र पाठक, अजीत श्रीवास्तव, इंद्राणी वर्मा, राकेश नंदकोलियर, संजीव सिंहा, अरुण कुमार वर्मा, सतीश श्रीवास्तव, निरंजन प्रसाद, मनीष वर्मा, अनुराग सिंहा सहित कायस्थ समाज के कई लोग उपस्थित रहे।