चाईबासा में मंत्री दीपक बिरूवा के आवास का घेराव करने निकले ग्रामीण, पुलिस ने रोका
News Lahar Reporter
चाईबासा : सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने, भारी वाहनों की आवाजाही नियंत्रित करने और बायपास रोड पर नो एंट्री लागू करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को कैबिनेट मंत्री दीपक बिरूवा के आवास का घेराव करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने समय रहते ग्रामीणों को रोक दिया। मंत्री आवास के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से अब उनका सब्र टूट चुका है। चाईबासा-झींकपानी मुख्य सड़क पर हर दो दिन में एक व्यक्ति की मौत हो रही है। पिछले एक साल में लगभग 135 लोगों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद प्रशासन और सरकार की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
बीडीओ अमिताभ भगत, सीओ उपेंद्र कुमार और एसडीपीओ बहामन टूटी सुरक्षा व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं।
नो एंट्री और गिरफ्तार ग्रामीणों की रिहाई की मांग
ग्रामीणों ने तांबो चौक पर विरोध प्रदर्शन करते हुए दिन में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की। साथ ही आंदोलन के दौरान हिरासत में लिए गए जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल, सोना सवैया, रेयांश सामाड और रमेश बालमुचू की तत्काल रिहाई की मांग की गई।
ग्रामीणों का मंत्री पर आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब से दीपक बिरूवा मंत्री बने हैं, तब से नो एंट्री व्यवस्था खत्म कर दी गई है। इस निर्णय के बाद से दुर्घटनाओं में लगातार वृद्धि हुई है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा जनआंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी।
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