कोल्हान में ‘नो एंट्री’ विवाद: सामाजिक संगठनों ने गिरफ्तारी पर नाराज़गी जताई, 48 घंटों में रिहाई की मांग — झारखंड
News Lahar Reporter
चाईबासा (झारखंड) : कोल्हान क्षेत्र में ‘नो एंट्री’ नियम लागू करने की मांग को लेकर तांबो चौक पर शांतिपूर्ण धरना दे रहे ग्रामीणों पर पुलिस की कार्रवाई के बाद मामला गरमा गया है। प्रदर्शनकारियों पर कथित तौर पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के इस्तेमाल के बाद कई लोगों को हिरासत में लिया गया था। इसके विरोध में कोल्हान के विभिन्न सामाजिक संगठनों की बैठक हुई, जिसमें गिरफ्तार ग्रामीणों और आंदोलनकारियों को बिना शर्त रिहा करने की मांग की गई।
बैठक में कहा गया कि 27 अक्टूबर को ग्रामीणों ने तांबो चौक पर शांतिपूर्वक अनिश्चितकालीन घेराव करने का निर्णय लिया था। लेकिन पुलिस द्वारा चौक की बैरिकेडिंग कर दिए जाने के कारण प्रदर्शनकारी आगे नहीं बढ़ सके। ग्रामीणों का आरोप है कि सुबह लगभग 11 बजे पुलिस-प्रशासन ने बिना किसी उकसावे के भीड़ पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस छोड़ी।
सामाजिक संगठनों ने प्रशासन पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्रामीण सिर्फ ‘नो एंट्री’ लागू करने की अपनी मांग रख रहे थे। संगठनों का स्पष्ट कहना है कि कोल्हान की शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि आंदोलनकारियों को रिहा किया जाए और दर्ज मामलों पर कोई कठोर कार्रवाई न की जाए।
संगठनों ने मांग रखी है कि—
* गिरफ्तार लोगों को 48 घंटों के भीतर रिहा किया जाए,
* जिन ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, उन पर आगे कोई कार्रवाई न की जाए।
संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं की गईं, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।














