भारत को मिलेगा हवाई ‘साइलेंट किलर’, जानिए कैसे दुश्मन के खिलाफ गेम-चेंजर साबित होगा प्रीडेटर ड्रोन**
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली:भारत-अमेरिका के बीच तीन अरब डॉलर का समझौता होने के बाद, भारत को आमरिकन प्रीडेटर ड्रोन की खरीद का मौका मिला है। इस समझौते के तहत, भारत को 31 प्रीडेटर ड्रोन मिलने वाले हैं, जिन्हें ‘साइलेंट किलर’ कहा जा रहा है।
यह प्रीडेटर ड्रोन भारतीय सुरक्षा क्षमताओं में कई गुना तक इजाफा करेगा। इन ड्रोन्स के माध्यम से भारत ना केवल अपनी सीमाओं की निगरानी कर पाएगा, बल्कि हिंद महासागर में भी अपनी नजरें बनाए रख सकेगा।
इन 31 प्रीडेटर ड्रोन में से 15 ड्रोन भारतीय नौसेना को मिलेंगे, जो हिंद महासागर में निगरानी का क्षेत्र बढ़ाएंगे। इसके अलावा, ये ड्रोन श्रीलंका और मालदीव के क्षेत्र में चीन के जहाजों की गतिविधियों को भी नजरअंदाज करने की क्षमता रखेंगे।
प्रीडेटर ड्रोन ने अपनी क्षमता और काबिलियत का परिचय इराक और अफगानिस्तान युद्ध में दिया है, और इसे ‘साइलेंट किलर’ के रूप में समझा जा रहा है। इनमें AGM-114 R Hell-Fire मिसाइलें और 310 लेजर गाइडेड बम भी लगाए जा सकते हैं, जो भारत की आतंकवाद-रोधी क्षमताओं को बढ़ाएंगे।
इन प्रीडेटर ड्रोन्स की 27000 फीट तक की ऑपरेशनल सीलिंग है और इन्हें लगभग 50,000 फीट की ऊंचाई से दुश्मन को देखने और नेस्तनाबूद करने की क्षमता है, जो भारत को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में मजबूत बनाएगा।
इस समझौते से भारत को एक नया हवाई साधन मिल रहा है, जिससे दुश्मनों के खिलाफ गेम-चेंजर होने का आश्वासन है। इस ‘साइलेंट किलर’ से भारत की सुरक्षा में मजबूती और निगरानी में सुधार होने की उम्मीद है।















