सैया भये कोतवाल तो डर काहे का, मामला जमशेदपुर नगर पालिका और पुलिस भू माफिया का गठजोड़ का
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में इन दिनों अजब खेल हो रहा है।कहते हैं कि जब सैंया भायकोतवाल तो डर काहे का ।यह बात जमशेदपुर नगरपालिका और पुलिस भू माफिया तथा टिस्को लैंड डिपार्टमेंट के गठजोड़ से प्रलक्षित हो रहा है।
अतिक्रमण हटाने के नाम पर टिस्को लैंड डिपार्मेंट और नगर पालिका के पुलिस सड़क पर उतार कर फ्लैग मार्च कर, छोटे दुकानदारों को डरा कर आम लोगों सहित जनप्रतिनिधि और वरीय अधिकारियों के आदेश का आई वास करते हैं।
असल में नगर पालिका के पुलिस को फ्लैग मार्च के द्वारा गली-गली घूम – घूम कर अतिक्रमण हटाने के नाम पर अपनी कर्मठता सिद्ध करने में टिस्को लैंड डिपार्मेंट के अधिकारी, साकची पुलिस और नगर पालिका के अधिकारी लगे रहते हैं।हालके दिनों में नगर पालिका के सिटी मेनेजर रवि भारती टाटा स्टील के तहसीलदार राजीव शर्मा एवं अधिकारी राज सिंह सड़क किनारे लगे ठेला वाले, गुमटी वाले और स्थानीय दुकानदार द्वारा रखे गए सामानों को जप्त कर उक्त अधिकारियों ने अपनी बहादुरी दिखाई।
जब की इन्हीं अधिकारियों द्वारा पुलिस टीओपी की भूमि पर कब्जा कराया गया।
जिन लोगों को सरकारी सम्पत्ति की रक्षा करने का भार है, वहीं लूटने वाले निकले।इस संबंध में साकची थाना प्रभारी संजय कुमार से अधिवक्ता संजय कुमार सिंह द्वारा आरटीआई के माध्यम से सवाल पूछे जाने पर गोल मटोल जवाब देकर बचते हुए दिखे ,जबकि उनकी जवाबदेही होती है कि सरकारी संपत्ति की रक्षा करने का।
वही जमशेदपुर नगर पालिका के सिटी मैनेजर रवि भारती की भी जवाबदेही होती है कि वह सरकारी संपत्ति के अतिक्रमण पर अपनी कार्रवाई करें। उनके विभाग द्वारा कार्रवाई भी की गई। लेकिन भू माफिया ने अपनी गठजोड़ का परिचय देते हुए उनके कार्रवाई को हवा हवाई कर दिया। उसके बाद आश्चर्यजनक से सीट मैनेजर रवि भारती और उनके सहकर्मियों की चुप्पी बताती है कि यह भी संभवत: गठजोड़ में शामिल हो चुके हैं!! जबकि टिस्को लैंड डिपार्मेंट के तहसीलदार राजीव शर्मा एवं पदाधिकारी राज सिंह भी आंख बंद कर इस गठजोड़ में शामिल हो गए हैं ।
वहीं उनके आंख के सामने बहुमूल्य भूमि पर दो दुकान बन गए और इन्होंने हिम्मत नहीं दिखाई ।यह क्या बताता है ?वही जमशेदपुर नगर पालिका के सिटी मैनेजर रवि भारती ने न्यूज़ लहर को बताया कि साकची बाजार स्थित पुलिस टीओपी की जमीन उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।इसलिए वह कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं।
जबकि वह अतिक्रमण हटाने के नाम पर सड़क पर उतरकर लोगों को तंग करते रहते हैं ।यह आरोप स्थानी दुकानदारों ने लगाया है। दुकानदारों ने बताया कि साकची टैंक रोड स्थित एक भवन के सामने 10 वर्षों से रोड पर पुरानी गाड़ियां खड़ी की गई है जिसे किसी में हिम्मत नहीं है कि उसे हटाए। उन गाड़ियों के चलते लोगों के आने-जाने में परेशानी होती है ।अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है।उसके बाद भी इन अधिकारियों को समझ नहीं आता कि अतिक्रमण का मुख्य वजह क्या है?