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Jharkhand News:बोलानी माइंस में बायोमीट्रिक हाजिरी के विरोध में मजदूर एवं 7 श्रमिक संगठन हुए एकत्रित

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित सेल बोलानी, में भारतीय इस्पात प्राधिकरण (सेल) के तहत राउरकेला इस्पात संयंत्र के तहत ओडिशा खान समूह की बोलानी लौह अयस्क खदान में श्रमिक अशांति जारी है।
श्रमिक संघ खदानों में बायोमेट्रिक उपस्थिति का पुरजोर विरोध कर रहे हैं, वहीं बोलानी खनन प्राधिकरण ने इसे जबरदस्ती लागू करने के लिए एक अधिसूचना जारी की है। इस संबंध में बलानी खदान में कार्यरत सभी 7 श्रमिक संघों ने एकजुट होकर बोलानी खदान की इस तरह की पहल का कड़ा विरोध किया है ।
जानकारी के अनुसार बोलानी माइंस के कार्मिक विभाग द्वारा पत्रांक बी-329 दिनांक 11/05/2024 के माध्यम से अगले माह से सभी खदान कर्मियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य करने की अधिसूचना प्रकाशित की गयी है ।
अधिसूचना के प्रकाशन के बाद, खनन प्रशासन के एक तरफा निर्णय का विरोध करना शुरू कर दिया। आज सैकड़ों खनन श्रमिक स्थानीय जेएनआरसी में एकत्र हुए और खनन अधिकारियों के ऐसे फैसले का कड़ा विरोध किया। सभी ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों और कर्मचारियों ने आगे की रणनीति पर चर्चा की। सभी कर्मचारियों ने इसका विरोध किया और अगले 1 तारीख को बायोमेट्रिक्स के विरोध में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।इस बैठक में प्रमुख श्रमिक संगठन एटक, बीएमएस, सीटू, आरआईसीएस, एचएमएस, इंटक, जीएमएम सामिल हुए है।
बोलानी खदान प्राधिकरण ने खदान श्रमिक संघों पर श्रमिकों की उपेक्षा और अपमान करने और श्रमिकों पर मनमाने श्रमिक विरोधी कानून लागू करने के लिए कदम उठाने का आरोप लगाया है। सयुंक्त श्रमिक संघ ने किसी भी मजदूर विरोधी व्यवस्था को लागू करने से इनकार कर दिया है। सभी ट्रेड यूनियनों के शीर्ष नेताओं के हस्ताक्षर युक्त एक पत्र सेल बोलानी माइंस के महाप्रबंधक को भेजा जाएगा और कहा गया कि जब तक सेल कर्मियों की विभिन्न मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक सेल प्रशासन द्वारा कोई भी नीतिगत नियमों को माना नही जाएगा ।

 

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