ब्लैकमेल पत्रकार गिरोह के मुखिया विनोद सिंह ने मां जैसी भाभी के साथ क्या किया जिससे उसने दी जान???……
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के मुखिया विनोद सिंह ने मां जैसी भाभी के साथ ऐसी नीच हरकत की जिसके कारण उसने आत्महत्या कर ली, जो जांच का विषय है। सत्य का ठेकेदार बने ब्लैकमेलर गिरोह के सरदार विनोद सिंह अपने चाचा अमर सिंह के साथ ऐसी फर्जीवाड़े की अपने ही परिवार के लोगों के हिस्से को बेचकर सारी राशि डकार गए। जिसको लेकर परिवार में घमासान छिड़ा हुआ है।
न्यूज़ लहर ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के सरदार विनोद सिंह के खानदान के कारनामे अपने सुधी पाठकों के सामने रख रहा है। जिससे समझ कर आप सभी यह जान जाएंगे कि सत्य की बात करने वाले विनोद सिंह और उसके परिवार के कुछ सदस्य कितने असत्य है। समाज में सत्य का ठेका लेकर घूमने वाले विनोद सिंह ने किस तरह अपने परिवार के लोगों की संपत्ति हड़प ली है। अब वह व्यक्ति समाज में पत्रकारिता के नाम पर सत्य नामक चूर्ण बेचकर लोगों को ब्लैकमेल और झूठी कहानी सुना कर बदनाम कर रहा है।इसका एक मात्र उद्देश्य धन उगाही करना है। इस संबंध में बिष्टुपुर साइबर थाना में अनेक मामले दर्ज है। जिसे न्यूज़ लहर आपके सामने प्रतिदिन रखेगा। फिलहाल जाने ब्लैकमेलर गिरोह के मुखिया की कहानी……
जमशेदपुर के साकची थाना क्षेत्र काशीडीह लाइन 13 क्वाटर नंबर 390 निवासी कुंवर सिंह और अमर सिंह दो भाई हैं।उनके पिता का नाम स्व ब्रह्मदेव सिंह है। कुंवर सिंह के 3 पुत्र हैं। सबसे बड़े पुत्र का नाम भरत सिंह है, जो सरायकेला खरसावां जिला में
पत्रकार है।छोटे भाई का नाम अशोक सिंह है। जो प्राइवेट जॉब करते हैं। और सबसे छोटे पुत्र विनोद सिंह हैं। जो स्कूटर मैकेनिक थे, अब ब्लैकमेल पत्रकार गिरोह के सरदार हैं। इन तीनों भाइयों में पैतृक संपत्ति को लेकर झगड़े हैं। झगड़े होने से वे सारी बातें खुलकर सामने आने लगी है जो कभी वर्षो से छुपा कर रखी गई थी। नया मामला यह है कि भरत सिंह का विवाह 18 मई 1989 में नयनतारा नामक युवती के साथ यूपी के बलिया में हुआ था। उस समय इनका मकान खपरैल का था। स्नानागार में दरवाजे नहीं होते थे। बोरा का पर्दा लगा रहता था। 7 मई 1990 को भारत सिंह बस्ती के ही एक व्यक्ति के विवाह में शामिल होने गए थे। अशोक सिंह क्रिकेट खेलने मैदान गए हुए थे। घर में महिलाएं और विनोद सिंह था। भरत सिंह की पत्नी स्नानागार में स्नान कर रही थी। उस दौरान विनोद सिंह स्नानागार के अंदर घुस गए और अपनी मां जैसी भाभी के साथ बदतमीजी करने लगे। इससे नयनतारा इतना अधिक आहत हुई कि उसने उसी दिन अपने शरीर में आग लगा ली। आनन-फानन में परिवार के लोग नयनतारा को इलाज के लिए टाटा मैन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां 8 मई को नयनतारा की मौत हो गई। इस संबंध में अशोक सिंह की पत्नी रेखा सिंह बताती है की घर के गार्जियन कुंवर सिंह ने उन लोगों को डांट कर चुप करा दिया और कहा कि पुलिस को बताए कि वह कुछ नहीं जानते है। पुलिस का बयान भी हुआ, कुंवर सिंह ने जैसा समझा था डर के मारे इन्होंने ऐसा ही पुलिस को बताया कि नयनतारा ने आग लगा ली है। जिससे उनकी मौत हुई है। वही दबी जबान से परिवार के अनेक सदस्य बताते हैं कि यह जांच का विषय है कि नयनतारा ने आग लगाई थी या लगाकर उसको मार डाला गया। हम लोग इस संबंध में कुछ नहीं कहेंगे। लेकिन जांच हुई तो बड़ा रहस्य खुलेगा। दूसरी तरफ पत्रकार भरत सिंह से पूछे जाने पर भरत सिंह ने बताया कि उनका विवाह यूपी के बलिया डिस्ट्रिक्ट में हुआ था। वे बताते हुए भावुक हो उठते हैं। आंखें भर आई और भरे आवाज में लगभग रोते हुए उन्होंने बताया कि यह घर की बात है। इससे नहीं छापे।(सत्य सामने लाने के लिए न्यूज़ लहर भरत सिंह की बात लिख रहा है।) आज भी मेरी पत्नी मेरे हृदय में वास करती है। मेरी दूसरी विवाह हो चुकी है। मेरी दूसरी पत्नी सिंदूर लगाने से पहले, मेरी पहली पत्नी को सिंदूर चढ़ाती है। उन्हें देवी के रूप में पूजती है। तब अपने सिंदूर लगाती है। जो होना था सो हो गया। वह क्या कर सकते हैं ।और क्या बता सकते हैं। भगवान न्याय करेंगे। संपत्ति को लेकर चचेरे भाई पवन सिंह ने भी इस घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी पत्नी इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। दूसरी ओर समाज के ठेकेदार बने विनोद सिंह ने अपने चचेरी भाभी के अर्थी में शामिल नहीं हुआ। वहीं संपत्ति हड़पने के लिए विनोद सिंह ने अपने चाचा अमर सिंह के साथ फर्जीवाड़ा की। उन्होंने अपने परिवार के लोगों से खासकर भरत सिंह और अशोक सिंह से पैतृक संपत्ति में बेईमानी करते हुए, चाचा अमर सिंह को मिला लिया। अमर सिंह के पिता ब्रह्मदेव सिंह है। गांव के संपत्ति बेचने के लिए अमर सिंह ने अपने चाचा कपिल देव सिंह को बाप बना लिया। यानी यहां बाबा को बाप बना लिया गया। अमर सिंह के साथ मिलकर विनोद सिंह ने गांव की लाखों की संपत्ति बेच दिया। लाखों रुपया मिले। वहां से अधिकांश रुपए विनोद सिंह के अकाउंट में आ गए। इसी संपति से उन्होंने ब्लैक मेलिंग के लिए तक्षक पोस्ट नामक एक फर्जी मैगजीन बनाई। इस मैगजीन के सपोर्ट के लिए स्पाइ पोस्ट नामक पोर्टल अपनी पत्नी बिनदन सिंह के द्वार। चालू करवाया । इन दोनों मीडिया हाउस में अपराधिक छवि के लोगों को शामिल किया गया। और गिरोह बनाकर पूरे शहर से वसूली शुरू हो गई।बताया जाता है कि एक पूर्व मंत्री को भी ब्लैकमेल करके लाखों रुपए ली गई है?? जांच होने पर सारा खुलासा हो सकता है। हालांकि मंत्री महोदय ने खुद पैसा इन लोगों को दिया है। वह अपने से नहीं स्वीकार कर सकते है। इसके लिए कठिन परिश्रम करना होगा। इस बात की जानकारी न्यूज़ लहर के पास है। जो जांच का विषय है। इससे ब्लैकमेल पत्रकार गिरोह का मनोबल बढ़ा हुआ है और यह शहर के लोगों को बदनाम करने का भय दिखाकर, ब्लैकमेल करने का धंधा कर रहा है। कुछ लोग इन ब्लैकमेलरो का सामना करते हुए मुकदमा भी कर रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण है कि जब से पत्रिकारीता के नाम पर लोगों को ब्लैकमेल करना शुरू हुआ है, तब से बिष्टुपुर थाना में अनेक मामले दर्ज होने लगे हैं। जिसकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। ब्लैक मेलिंग गिरोह के समाचार न्यूज़ लहर पर प्रकाशित होने पर बौखलाए गिरोह के मुखिया विनोद सिंह और इंद्रजीत सिंह भुल्लर न्यूज़ लहर के एडमिन और शहर के जाने-माने पत्रकार गोविंद पाठक के घर पर जान मारने की नीयत से हमला कर दिया। जिसमें गोविंद पाठक को चोट भी आई हैं। वही जब आस-पड़ोस के लोगों ने विनोद सिंह और अन्य को खदेड़ा तो, ये अपनी गाड़ी छोड़कर भाग खड़ा हुए। साकची थाना में दोनों पक्षों की ओर से काउंटर केस भी हुआ है। इस विवाद को गिरोह के मुखिया विनोद सिंह और इंद्रजीत सिंह भुल्लर ने सिख कम्युनिटी से जोड़कर धार्मिक भावना भड़काने का प्रयास किया। जो शहर के लिए विधि व्यवस्था का कारण बन सकता है। जबकि गोविंद पाठक किसी से मारपीट करने नहीं गए थे। ये दोनों लोग अपने सहयोगियों के साथ गोविंद पाठक के घर पर हमला किए।अभी पुलिस जांच रिपोर्ट आने से पहले विनोद सिंह और इंद्रजीत जीत सिंह भुल्लर जज बनकर फैसला सुनाने लगे।वे धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास करते हैं। इससे जाहिर है कि यह ब्लैकमेल पत्रकार गिरोह के लोग समाज के चौथे स्तंभ का किस तरह से दुरुपयोग कर रहे हैं। ये पहले पत्रकार बन कर अपने विरुद्ध प्रकाशित होने वाले समाचार से परेशान हो धर्म का तड़का लगाकर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का प्रयास करते हैं। न्यूज़ लहर के सुधी पाठक ऐसे भ्रष्ट ब्लैकमेलर और धार्मिक उन्माद फैलाने वाले समाज के तथाकथित ठेकेदारों को पहचाने और ऐसे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है।