Crime

जोजोहातु दुष्कर्म के प्रयास मामले में नया मोड़

 

बैठक में पीड़िता के मामा ने कहा, मुंह बंद रखने के लिये 50 हजार की पेशकश कर रहे जवान
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला चाईबासा के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित गांव जोजोहातु में एक सीआरपीएफ जवान द्वारा नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ दुष्कर्म के प्रयास के मामले में नया खुलासा हुआ है। शनिवार को कोल्हान भूमि बचाओ समिति का एक प्रतिनिधिमंडल जोजोहातु जाकर पीड़ित परिवार से मिला और घटना की जानकारी ली। तत्पश्चात गांव के मुंडा जॉर्ज तुबिड तथा चिंगीजारी गांव के ग्राम मुंडा लंकेश्वर सुंडी की उपस्थिति में ग्रामीणों के साथ एक बैठक भी की। बैठक में घटनाक्रम पर विस्तृत चर्चा की गयी। पीड़िता के मामा अजय तुबिड, जो इस केस के सूचक भी हैं, ने कहा कि मुंह बंद रखने के लिये आरोपी जवान की ओर से मुझे 50 हजार रुपये की पेशकश की गयी थी। लेकिन मैने लेने से मना कर दिया। मैंने स्पष्ट कह दिया कि समझौता नहीं करूंगा। मुझे अपनी भगीनी के लिये सिर्फ इंसाफ चाहिये। अजय तुबिड ने कहा कि कैंप का ही एक जवान ने आज घर आकर मुझे ये पेशकश की थी। अजय तुबिड ने कहा कि सीआरपीएफ जवान को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। ऐसे में हमें न्याय कैसे मिलेगा।
अजय तुबिड ने बैठक में ये भी कहा कि उन्होंने मुफ्फसिल थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिये आवेदन दिया था। आवेदन रिसीव कर लिया गया। लेकिन केस दर्ज हुआ कि नहीं? इसकी पक्की जानकारी उनको अभी तक नहीं है। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज कर ली गयी है तो मुझे उसकी एक कॉपी दी जानी चाहिये थी। लेकिन अब तक तो ऐसा हुआ नहीं है। इस मामले में पुलिस की कार्यशैली भी संदिग्ध लग रही है। यदि प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है तो इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से की जायेगी। और यदि केस दर्ज हुआ है उसकी कॉपी दिया जाए मुझे। ताकि मैं भी जान सकूं कि आरोपी के खिलाफ कौन कौन सी धाराएं लगायी गयी हैं। लेकिन पुलिस इस मामले में चुप है।
बैठक में ग्राम मुंडा जॉर्ज तुबिड तथा ग्राम मुंडा लंकेश्वर सुंडी समेत ग्रामीणों ने कहा कि गांव से ये कैंप हटाया जाए। कैंप गांव के बीच एक प्राथमिक विद्यालय में बना है। जवान अक्सर गांव की महिलाओं से छेड़खानी भी करते हैं। जवान नशे में घरों में ताक-झांक भी करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे गांव की शांति व्यवस्था भंग हो सकती है। जिला प्रशासन को इसपर ध्यान देने की जरूरत है।बैठक में कोल्हान भूमि बचाओ समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सावैयां तथा उपाध्यक्ष डीबर देवगम ने कहा कि यदि पोक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती है तो एक सप्ताह बाद चाईबासा में जनांदोलन किया जायेगा। दुर्भाग्य की बात है कि नक्सल प्रभावित इलाके में जिनको ग्रामीणों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिली है वही रक्षक अब भक्षक बनने लगे हैं। जल्द ही जिले के आला अधिकारियों से मिलकर मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की जायेगी। इस मौके पर समिति के सचिव भगवान देवगम, सुखलाल सावैयां, चाहत देवगम समेत बड़ी संख्या में जोजोहातु तथा चिंकीजारी गांव के ग्राम मुंडा तथा ग्रामीण मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ कैंप और पीड़िता के घर के बीच केवल तीस मीटर का फासला है। इसलिये जवान लड़की को अच्छी तरह पहचानता था। घर की रेकी भी कर रखी थी। जवान ने घटना के दिन लड़की के कमरे में घुसने के लिये एक पल्लारहित खिड़की का प्रयोग किया। खिड़की से घुसा और मुख्य दरवाजे को तोड़ता हुआ फरार हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि लड़की जिस कमरे में सोयी थी वह पूजा स्थल भी है। इससे हमारी धार्मिक भावनाएं भी आहत हुई हैं।

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