पूर्वोत्तर राज्यों का सांस्कृतिक अध्ययन: बी.एड. में आयोजित सात दिवसीय प्रायोगिक क्रियाकलाप**

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चाईबासा बी.एड. सभागार में सात दिवसीय भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के सांस्कृतिक अध्ययन पर आधारित प्रायोगिक क्रियाकलाप का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सेमेस्टर 3 सत्र 2022-2024 के प्रशिक्षु छात्राओं के लिए एक शैक्षणिक भ्रमण के रूप में आयोजित किया गया।
महिला कॉलेज चाईबासा की प्रभारी प्राचार्या डॉ. अंजू बाला खाखा ने इस सांस्कृतिक क्रियाकलाप की सराहना की और छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ उनके आंतरिक गुणों के प्रकटिकरण के लिए शुभकामनाएं दीं।
इस कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति का प्रतिनिधित्व किया:
– पश्चिम बंगाल: लवली कुमारी और उनके समूह
– असम: अवंतिका गुप्ता और उनके समूह
– त्रिपुरा: बोनिता महतो और उनके समूह
– मणिपुर: सेलेस्टीना देवगम और उनके समूह
– नागालैंड: प्रेमी अंशु पूर्ति और उनके समूह
– मेघालय: हुमा अरशद
प्रस्तुतियों में वेशभूषा, गीत-संगीत, भौगोलिक विशेषताएं, पौराणिक कथाएं और खान-पान को प्रमुख रूप से प्रदर्शित किया गया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बी.एड. विभाग के प्रोफेसरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिनमें प्रोफेसर डॉ. राजीव लोचन नामता, डॉ. ओनिमा मानकी, प्रोफेसर सुजाता किस्पोट्टा, प्रोफेसर प्रीति देवगम, प्रोफेसर बबीता कुमारी, प्रोफेसर शीला समद, प्रोफेसर सितेंद्र रंजन सिंह, प्रोफेसर मदन मोहन मिश्रा, और प्रोफेसर धनंजय कुमार शामिल थे।
इस आयोजन में सेमेस्टर 3 की छात्राएं पूजा महतो, रितिका राम, गुड़िया तिर्की, फरहा, सुदीप्ता डे, और निक्की कुमारी भी उपस्थित रहीं।