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हेमंत सरकार की नाकामी से ग्राम सभा कर ईचा डैम रद्द करने हेतु विस्थापित संघर्षरत- बिर सिंह बुड़ीउली*

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखण्ड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चाईबासा में ईचा खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान के द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार डाकुवा द्वारा डकारा करने के पश्चात् पश्चिमी सिंहभूम के तांतनगर अंचल अंतर्गत मौजा- बाटीगुटु में ग्राम मुंडा सुभाष बिरूली की अध्यक्षता में मौजा – तांतनगर, टोली बाटीगुटु के हातु दुनुब अकड़ा में खूंटकट्टी अधिकार युक्त रैयत, ग्राम / मौजा के मूल प्रवृत्तकों के वंशजों, बंदोबस्त रैयतों, अधिभोगी रैयतों या ग्राम के वास्तविक मूल भूस्वामियों ( खतियानी रैयतों, आदिवासियों – मूलनिवासियों जिन्हे भारतीय संविधान में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ी जाति के रूप में सूचीवद्ध किया गया है ) के साथ स्वर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना ( ईचा खरकई बांध परियोजना ) से उक्त ग्राम में आदिकाल से अस्थित्वयुक्त अधिकार रखने वालों पर प्रतिकूल प्रभावों,

संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों पर पड़ने वाले प्रभावों, विलकिंसन रुल एंव हुकुकनामा स्वशासन व्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों, संसद द्वारा पारित केंद्रीय कानून, पेसा 1996 के उपबंधों तथा भू अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यव्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता अधिकार अधिनियम 2013 के प्रावधानों के उल्लंघन तथा उक्त मौजा से विस्थापन के उपरांत ग्रामीणों के सामाजिक,

आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय तथा धर्म उपासना, विश्वास की स्वतंत्रता संबंधी अधिकार, रोजगार एंव गरिमामयी जीवन जीने संबंधी अधिकारों पर पड़ने वाले कुप्रभावों के मद्देनजर ग्राम सभा की बैठक बुलाई गई।

बैठक को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष बिर सिंह बुड़ीउली ने कहा कि संघ ईचा डैम रद्द करने हेतु कानूनी लड़ाई के साथ प्रभावित क्षेत्रों में आंदोलनरत है। हेमंत सरकार की नाकामी से विस्थापित और ग्रामीण आज भी ग्राम सभा कर संघर्षरत हैं। जनजागरण और जनांदोलन के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक कर आंदोलन को मजबूत कर रही है।

इस क्रम में तांतनगर में भी हेमंत सरकार का शव यात्रा निकाला जाना सुनिश्चित किया गया। तथा अन्य इन बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। ग्राम सभा की बैठक में निम्नलिखित बदल बिरूली, हेमंत सिंह बिरुवा,

बीर सिंह बुड़ीउली,सुरेश सोय, रेयांस सामड,हरीश चंद्र अल्डा,योगेश कालुंडिया,गुलिया कालुंडिया,बिरसा गोडसोरा,शंकर बिरूली,शंकर बिरूली,आंदोलनकारी सदस्य और ग्रामीण उपस्थित थे।

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