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पूरा नॉर्थ ईस्ट जलेगा’, बोलीं ममता बनर्जी, हिमंत सरमा का पलटवार – ‘असम को धमकाने की हिम्मत कैसे हुई आपकी?’

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

**कोलकाता**: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के स्थापना दिवस के मौके पर भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने अपने संबोधन में आरोप लगाया कि भाजपा पश्चिम बंगाल में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रही है। ममता बनर्जी ने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर आपने बंगाल को जलाया तो असम, नॉर्थ-ईस्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे। हम आपकी कुर्सी गिरा देंगे।”

ममता बनर्जी के इस बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “दीदी, आपकी हिम्मत कैसे हुई असम को धमकाने की? हमें लाल आंखें मत दिखाइए। आपकी असफलता की राजनीति से भारत को जलाने की कोशिश भी मत कीजिए। आपको विभाजनकारी भाषा बोलना शोभा नहीं देता।”

इसके साथ ही, केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी ममता बनर्जी के बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह टिप्पणी किसी संवैधानिक पद पर बैठे नेता की नहीं, बल्कि ‘राष्ट्र-विरोधी’ मानसिकता वाले किसी व्यक्ति की लगती है।

*कोलकाता रेप-मर्डर केस पर बयानबाजी**

 

इस पूरे विवाद का एक संदर्भ कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले से भी जुड़ा है। यह घटना 9 अगस्त की है, जिसके बाद से ही पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। ममता बनर्जी ने इस घटना के बारे में बोलते हुए भाजपा पर आरोप लगाया कि वह इस मामले का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “अगर बंगाल को जलाया तो असम, नॉर्थ-ईस्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे। हम आपकी कुर्सी गिरा देंगे।”

**असम से पलटवार**

 

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के अलावा, राज्य के अन्य भाजपा नेताओं ने भी ममता बनर्जी के बयान की निंदा की। असम के भाजपा नेता पीयूष हजारिका ने कहा, “वह हमें धमका नहीं सकतीं। वह अपने राज्य में कानून-व्यवस्था नियंत्रित नहीं कर पा रहीं और हमें धमकी दे रही हैं। मैं ममता बनर्जी से अनुरोध करना चाहता हूं कि वह बहुत वरिष्ठ नेता हैं और लंबे समय से मुख्यमंत्री हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि सार्वजनिक रूप से कैसे बोलना है। मैं उनके बयान की गंभीरता से निंदा करता हूं।”

इस बयानबाजी के बाद दोनों राज्यों के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। हिमंत बिस्वा सरमा ने साफ कर दिया है कि जब तक असम में भाजपा सरकार है और वह मुख्यमंत्री हैं, तब तक ममता बनर्जी असम में कुछ नहीं कर सकतीं।

 

**बंगाल में विरोध प्रदर्शन जारी**

 

इस बीच, कोलकाता समेत पूरे बंगाल में जूनियर डॉक्टर, छात्र, और आम नागरिक पीड़िता के लिए न्याय की मांग को लेकर अपने-अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के स्थापना दिवस कार्यक्रम में बोलते हुए ममता बनर्जी ने बंद (हड़ताल) के दौरान हिंसा और राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक प्रोटेस्ट मार्च को लेकर भाजपा पर भी हमला बोला।

 

इस विवाद ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है और दोनों राज्यों के बीच तनाव को और भी उजागर किया है।

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