गुवा वन क्षेत्र के जंगल में बालक रेंगो सुरीन पर भालू ने किया हमला, गंभीर रूप से घायल, राउरकेला रेफर वन विभाग ने आर्थिक मदद के रूप में 25 हजार रुपए उपलब्ध कराई गई है— रेंजर परमानंद रजक
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।गुवा वन क्षेत्र अंतर्गत
काशिया-पेचा गांव निवासी बालक रेंगो सुरीन (13 वर्ष) पिता डुम्किया सुरीन पर भालू ने हमला कर गंभीर रुप से घायल किया। घायल युवक को तत्काल गुवा सेल अस्पताल ले जाया गया है जहाँ उसकी गंभीर स्थिति को देख चिकित्सकों ने बेहतर इलाज हेतु राउरकेला रेफर कर दिया है। यह घटना 26 सितम्बर की दोपहर लगभग 11 बजे की बताई जा रही है।

घटना के बाबत ग्रामीण मंगता सुरीन ने बताया की गांव के 5-6 लोग गांव की बैल, बकरियां को चराने आज सुबह गांव के समीप गुवा वन प्रक्षेत्र तथा गंगदा पंचायत अन्तर्गत सारंडा के तुमीनलता जंगल में गये थे। इसी दौरान एक बडा़ भालू रेंगों सुरीन पर हमला कर शर व शरीर को पुरी तरह से फाड़ दिया है।

भालू के इस हमले के बाद बाकी लोग बैल-बकरी छोड़ स्वंय को बचाते हुये भाग खडे़ हुये एवं हम ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद पारम्परिक हथियारों से लैश दर्जनों ग्रामीण घटनास्थल पर जाकर घायल रेंगो को उठाकर जंगल से गांव लाये एवं अस्पताल भेजें हैं। हम ग्रामीण जंगल में अपनी लापता बैल-बकरियों की भी तलाश कर रहे हैं।

कुछ बैल-बकरियां मिली है तथा कुछ गायब है। उसने बताया की रेंगो का परिवार अत्यंत गरीब है। बैल-बकरी चराकर वह जीवन यापन करता है। वन विभाग व प्रशासन उसका बेहतर इलाज करा उसका जान बचाये। इस संबंध में गुवा वन क्षेत्र पदाधिकारी परमानंद रजक ने बताया कि सूचना मिलते ही घायल को उठाकर गुवा सेल अस्पताल लाया गया।


जहां उसकी प्राथमिक इलाज कर तुरंत उसे आईजीएच राउरकेला रेफर कर दिया गया है। साथ ही गुवा वन क्षेत्र से दो वन रक्षियों को घायल बच्चे के साथ भेजा गया है ।बच्चे के बचाने के लिए 21 टाँका उसके शरीर पर लगाई गई है।

बच्चो की सुरक्षा एवं राहत दिलाने हेतु वन विभाग टीम पूरी तत्तपरता से कार्यरत है ।तत्काल उसे आर्थिक मदद के रूप में 25 हजार रुपए उपलब्ध कराई गई है। एवं गुवा सेल अस्पताल प्रबंधन की मदद से गुवा से राउरकेला जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा दी गई है।

उन्होंने बताया कि घटना संवेदनशील एवं मर्माहत करने वाली है।













