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शहर के कलाकारों ने लहराया परचम तीन पुरस्कार जीतकर शहर व राज्य का नाम किया रोशन

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा: उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक भूमि आगरा में रंगमंच एवं ललित कलाओं के लिए समर्पित संस्था संस्कार भारती नाट्य कला केंद्र एवं सांस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से (रंगोदय 2024) 20वीं अखिल भारतीय बहुभाषिया नाट्य एवं नृत्य प्रतियोगिता 2024 में शहर चाईबासा की नाट्य संस्था अखरा कोल्हान ने उषा मिश्रा के निर्देशन में झारखंड की संथाल परगना से जुड़ी क्रांतिकारी 1857 की वीर गाथाओं पर आधारित नाटक “हूल द बरगद” का सफल मंचन हुआ। विदित हो कि इस प्रतियोगिता में देश के जम्मू – कश्मीर, महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तर प्रदेश, बंगाल, बिहार, गुजरात, उडीसा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मणिपुर, असम, त्रिपुरा सहित 20 से अधिक राज्यों के 105 संस्थाओं से लगभग 300 से अधिक कलाकार शामिल हुए थे।

इस प्रतियोगिता में 60 से अधिक नाटकों की प्रस्तुति हुई थी। प्रतियोगिता में चाईबासा की संस्था अखरा कोल्हान के कलाकारों ने अपना अभिनय की प्रतिभा का लोहा मानवता हुए सर्वश्रेष्ठ चरित्र अभिनेत्री का प्रथम पुरस्कार पायल मिश्रा, सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का द्वितीय पुरस्कार मुंशी के लिए वरिष्ठ रंगकर्मी शिवलाल शर्मा एवं सर्वश्रेष्ठ आलेख का तृतीय पुरस्कार उषा मिश्रा को देकर सम्मानित किया गया।

 

मौके पर निर्देशक उषा मिश्रा ने कहा कि हम सब आयोजन कमेटी के को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद देते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारी प्रस्तुति जो की काफी अल्प समय में तैयार की गई थी।

हमारा मकसद था कि हमारे झारखंड की वीरगाथाओं की बातें देश के अंतिम लोग तक पहुंचे। इसी मकसद को लेकर हम लोगों ने हमारे झारखंड के संस्थान परगना से जुड़े अमर शहीद क्रांतिकारियों को पूरा देश जाने। 1857 जो की आजादी की प्रथम लड़ाई को हम भूल नहीं सकते हैं, हमारे झारखंड के सिद्धू, कानू, चांद, भैरव जैसे योद्धाओं की देश के लिए अंग्रेजों से लड़ने की रणनीति एवं देश के प्रति समर्पण को जाने। हमें अपार प्रसन्नता हो रही है कि हम लोगों ने अपने मकसद पर कामयाब हुए हैं, जिसका जीता जागता सबूत है कि नाटक के प्रत्येक दृश्य के बाद उपस्थित दर्शकों की तालिया की गदगढ़त हमें और हमारी टीम को हौसला बढ़ा रही थी।

उक्त पुरस्कार समारोह में सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार का द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित होते हुए वरिष्ठ रंगकर्मी शिवलाल शर्मा ने कहा कि हम लोगों ने मैं पिछले 35 – 36 वर्षों से लगातार रंग सेवा में जुड़ा हूं, हमारा प्रयास रहता है कि हम समाज से जुड़ी बातों को आम दर्शक के पास लाएं, समाज में व्याप्त कुर्तियों को, समाज में व्याप्त समस्याओं को लाते हुए उनका निदान हेतु प्रयासरत रहते हैं। मुझे बहुत खुशी है कि आयोजक कमेटी ने इतना सुंदर और भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया

और देश के विभिन्न राज्य से आए कलाकारों को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया। मैं आयोजन कमेटी को दिल की गहराई से बधाई देता हूं। चाईबासा से उक्त नाटक में भाग लेने वाले कलाकारों में शिवलाल शर्मा, पायल मिश्रा, उषा मिश्रा, बुधराम कोया, आरती लोहार, आसना हेमब्रोम, उज्जवल मिश्रा, ननकी सहित कुल 15 कलाकारों ने अपना-अपना भूमिका को निभाते हुए तालियां बटोरी।

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