कोल वाहन के चपेट में आने से युवक की मौत, 18 घंटे से सड़क जाम

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।सड़क दुर्घटनाओं में बेगुनाहों की मौत को लेकर बदनाम चतरा का टंडवा प्रखंड की सड़क एक बार फिर एक बेगुनाह की खून से लाल हो गई है। तेज रफ्तार गति में चल रहे कोल वाहन ने एक बार फिर एक मां की गोद और एक पत्नी की मांग को सुन करने के साथ तीन-तीन बच्चों और दो जवान बहनों के ऊपर से पिता और भाई का साया उठा लिया। दरअसल बीते रात टंडवा के आम्रपाली परियोजना के एक नंबर बैरियर के समीप शौच कर लौट रहे टायर दुकान के हेल्पर को एक तेज रफ्तार कोल वाहन टक्कर मारते हुए भाग निकला।
इस घटना में टायर दुकान के हेल्पर जितेंद्र भारती की मौके पर मौत हो गई। जानकारी के अनुसार गया जिले के इमामगंज निवासी जितेंद्र भारती टायर दुकान में रहकर हेल्पर का कार्य करता था। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर रात में ही सड़क को जाम कर कोल वाहनों का परिचालन बंद करवा दिया। लेकिन घटना के 18 घंटे बीत जाने के बाद भी सड़क जाम कर रहे लोगों की सुध लेने कोई भी पदाधिकारी नहीं पहुंचे।
जिससे आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने विभागीय कार्यों से चतरा जा रहे आम्रपाली परियोजना के महाप्रबंधक अमरेश कुमार सिंह की गाड़ी को रोककर 3 घंटे तक हंगामा किया। हंगामा कर रहे लोगो का कहना था कि एक ओर मृतक के परिजन सड़क के किनारे बॉडी को रखकर पदाधिकारी का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर परियोजना के महाप्रबंधक घटनास्थल से सड़क पर बैठे लोगों को नजर अंदाज कर अपने कार्यों में जा रहे हैं।
हालांकि पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप और मुआवजा दिए जाने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने महाप्रबंधक की गाड़ी को छोड़ दिया।