पाकुड़ व्यवहार न्यायालय में संविधान दिवस का उत्सव मनाया गया
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: झालसा नई दिल्ली एवं झालसा रांची के निर्देशन में मंगलवार को पाकुड़ व्यवहार न्यायालय में संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष शेषनाथ सिंह के नेतृत्व में संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया गया।
इस कार्यक्रम में न्यायालय के सभी न्यायिक पदाधिकारियों ने एक साथ संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। प्रधान जिला न्यायाधीश शेषनाथ सिंह ने संविधान के निर्माण, इसकी प्रस्तावना और इसके लागू होने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संविधान की प्रस्तावना एक परिचयात्मक कथन है, जो संविधान के मार्गदर्शक सिद्धांतों और मूल मूल्यों को रेखांकित करती है।
उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान भारत को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित करता है और यह अपने नागरिकों को न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंगीकृत किया गया, जबकि 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया।
संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के दौरान जिला विधिक प्राधिकार और न्यायालय के अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे।