त्रिशानु राय के प्रयास से दिव्यांग के दस माह का कटा हुआ पेंशन लौटाएगा बैंक* *बचत खाता के स्थान पर खुल गया था चालू खाता*
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।चाईबासा के दलकी झींकपानी के दिव्यांग शिवनाथ पान का विकलांग पेंशन कई महीनों से उसके खाते में नहीं आ रहा है जबकि राज्य सरकार द्वारा प्रतिमाह पेंशन लाभुक के खाता में भेज दिया जाता है।
समस्या को लेकर बुधवार उसके पिता महेन्द्र पान कांग्रेस भवन , चाईबासा पहुँचे थे , उन्होंने समस्या से कांग्रेस नेता सह सामाजिक कार्यकर्ता त्रिशानु राय को पेंशन तथा बैंक आदि के दस्तावेज दिखाकर मामलें से अवगत करवाया । मानवीय संवेदनाओं के आधार पर त्रिशानु राय ने मामलें पर त्वरित संज्ञान लेते हुए दिव्यांग बच्चे के पिता महेन्द्र पान को आपने साथ लेकर एचडीएफसी बैंक , चाईबासा पहुँचकर समस्या पर यथोचित पहल करने का मांग किया । बैंक पहुँचने पर ज्ञात हुआ कि पेंशन से संबंधित खाता बचत के स्थान पर चालू खाता खोला गया है ।
चालू खाता में दस हजार रुपए न्यूतम रखना अनिवार्य होता है । त्रिशानु राय ने बैंक के ब्रांच ऑपरेशन मैनेजर प्रवीण कुमार को वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए दिव्यांग के दस महीनों का काटे गए पेंशन को वापस लौटाने का मांग किया , जिसके बाद उन्होंने बैंक के वरीय कर्मियों से भी संपर्क कर समन्वय स्थापित किया । वहीं श्री कुमार ने त्रिशानु राय को कहा कि जल्द से जल्द उसके खाता में काटे गए दस हजार पाँच सौ रुपए वापस कर दिया जाएगा जिसकी अग्रेतर प्रक्रिया प्रारंभ कर दिया गया है । तदोपरांत चालू खाता को बंद किया जाएगा वहीं दिव्यांग शिवनाथ पान को बचत खाता के माध्यम से पेंशन का भुगतान किया जाएगा । त्रिशानु राय ने प्रवीण कुमार को कहा कि विशेषकर सुदूरवर्ती ग्रमीण क्षेत्र में लोगों के खाता खोलने के उद्देश्य की अच्छी तरह जानकारी लेकर ही खाता खोले ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनावृत्ति नहीं हो ।
त्रिशानु राय ने सामाजिक सुरक्षा कोषांग ,प०सिंहभूम के सहायक निदेशक खुशेन्द्र सोनकेसरी को पूरे मामलें की जानकारी दिया तथा पेंशन भुगतान से संबंधित खाता चालू खाता के स्थान पर बचत खाते को जोड़ने के लिए कहा है ।
समस्या का निष्पादन के लिए महेन्द्र पान ने कांग्रेस नेता सह सामाजिक कार्यकर्ता त्रिशानु राय के प्रति आभार वक्त करते हुए कहा कि आज त्रिशानु राय का ही प्रयास है , जो मेरे दिव्यांग पुत्र का बैंक द्वारा काटा गया पेंशन दस हजार पांच सौ रुपए पुनः वापस मिल रहा है ।