झारखंड ब्राह्मण शक्ति संघ ने आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर में झारखंड ब्राह्मण शक्ति संघ के केंद्रीय संपर्क कार्यालय हयूम पाईप में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में संघ द्वारा आगामी महीनों में संचालित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई।
इस अवसर पर संघ के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. पवन पांडेय ने कहा कि संघ का उद्देश्य परशुराम जयंती के माध्यम से ब्राह्मण समाज को संघ की विचारधारा से जोड़ना और समाज को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि संघ की प्रमुख मांग झारखंड भर के मंदिरों के पुजारियों को सरकारी वेतन और पेंशन देने की है, जिसके लिए आने वाले दिनों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
डॉ. पांडेय ने बताया कि भगवान परशुराम सनातन संस्कृति में दशावतारों में छठे अवतार माने जाते हैं, लेकिन उनकी पूजा के लिए मंदिर या कैलेंडर उपलब्ध नहीं होते। इसलिए संघ हर वर्ष भगवान परशुराम के छवि वाले वार्षिक कैलेंडर का निशुल्क वितरण करता है। इस कैलेंडर को संघ के केंद्रीय कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है और इसे सनातन संस्कृति के अनुयायियों के बीच वितरित किया जाता है।
डॉ. पांडेय ने कहा कि ब्राह्मण समाज का मुख्य उद्देश्य ज्ञान और त्याग है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सनातन संस्कृति को सशक्त बनाने के लिए वैदिक पाठशालाओं की सरकारी स्तर पर स्थापना बेहद जरूरी है।
संघ के महासचिव अशोक पांडेय ने संघ के सदस्यों से कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि संघ का लक्ष्य केवल ब्राह्मण समाज को मजबूत करना नहीं है, बल्कि पूरे सनातन संस्कृति के उत्थान के लिए कार्य करना है।
बैठक में संजय मिश्रा, उमलेश पांडेय, बाला शंकर तिवारी, अजय ओझा, ललित पांडेय, मिथलेश दूबे, रामानुज चौबे, चंद्र प्रकाश शुक्ला, संजय तिवारी, पप्पू पांडेय, योगेश दूबे, संतोष पाठक और एम. एन. श्रीनिवासन सहित कई सदस्य उपस्थित थे।