महाकुंभ 2025: प्रयागराज में भगदड़ के बाद अखाड़ों ने अमृत स्नान किया रद्द, सीएम योगी ने की संयम बरतने की अपील
न्यूज़ लहर संवाददाता
प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ उमड़ने से संगम क्षेत्र में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस घटना के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बड़ा फैसला लेते हुए अमृत स्नान न करने की घोषणा की है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा, “जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे। हम लोगों से अपील करते हैं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं।”
सीएम योगी की श्रद्धालुओं से अपील
घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संयम बरतने और संगम नोज की ओर जाने से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ में स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। सभी श्रद्धालु नजदीकी घाटों पर ही स्नान करें और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। प्रशासन की ओर से सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।”
1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया पावन स्नान
मौनी अमावस्या के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान के लिए पहुंचे। आज सुबह 6 बजे तक 1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने पावन स्नान किया। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, 28 जनवरी तक कुल 19.94 करोड़ लोग महाकुंभ के दौरान विभिन्न अवसरों पर पावन स्नान कर चुके हैं।
भगदड़ से बिगड़े हालात, महिलाओं और बच्चों को चोटें
मंगलवार देर रात करीब 2 बजे संगम तट पर भगदड़ मच गई, जिससे हालात बिगड़ गए। घटना में कुछ महिलाओं और बच्चों के घायल होने की खबर है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ के दौरान लोग इधर-उधर भागने लगे, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। हालांकि, प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की आधिकारिक मौत की पुष्टि नहीं की गई है।
अखाड़ों ने लिया स्नान न करने का फैसला
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र गिरी ने निरंजन छावनी से घोषणा करते हुए कहा कि मौनी अमावस्या के मौके पर उमड़ी भारी भीड़ और भगदड़ की घटना को देखते हुए सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान नहीं करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “हमारे स्नान से भीड़ और बढ़ सकती थी, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती थी। इसलिए हमने संयम बरतते हुए यह निर्णय लिया है।”
हेमा मालिनी, बाबा रामदेव सहित संतों ने किया पावन स्नान
मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम में देशभर से श्रद्धालुओं के अलावा कई प्रमुख हस्तियां भी पहुंचीं। सांसद हेमा मालिनी, जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज और योग गुरु बाबा रामदेव ने अन्य संतों के साथ त्रिवेणी संगम में पावन स्नान किया।
श्रद्धालुओं से संयम बरतने की अपील
महाकुंभ प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम बरतने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को संगम तट के बजाय अन्य घाटों पर स्नान करने की सलाह दी है।
महाकुंभ 2025 के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से धार्मिक अनुष्ठान कर सकें।