अफीम की अवैध खेती की रोकथाम हेतु जागरूकता बैठक आयोजित*
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न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिमी सिंहभूम जिले में अफीम की अवैध खेती की सूचना के मद्देनजर, पंचायती राज विभाग द्वारा प्राप्त पत्र के आलोक में मतकमहातु पंचायत भवन में एक विशेष जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता मतकमहातु पंचायत की मुखिया जुलियाना देवगम ने की, और इसमें प्रखंड कार्यालय के कर्मचारियों एवं ग्रामीणों ने हिस्सा लिया।
बैठक में प्रमुख रूप से यह बात उठाई गई कि अफीम की खेती न केवल समाज के लिए हानिकारक है, बल्कि यह देश की सुरक्षा और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है। वक्ताओं ने बताया कि युवा वर्ग इस नशे के जाल में फंसते जा रहे हैं, जो देश की विकास प्रक्रिया को बाधित कर सकते हैं।
ऐसे में हमारे क्षेत्र में अफीम की अवैध खेती की रोकथाम के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है, ताकि समाज को इस खतरनाक नशे से बचाया जा सके।
बैठक में यह भी आह्वान किया गया कि यदि किसी को अपने क्षेत्र में अफीम की खेती की जानकारी मिले, तो वह जागरूक नागरिक की तरह इसकी शिकायत दर्ज कराए, ताकि तुरंत कार्रवाई की जा सके।
इस बैठक में नरसंडा पंचायत के मुखिया श्रीराम सुंडी, प्रधान लिपिक शुभम लिपिक, बीपीआरओ महेंद्र गोप, पंचायत सचिव ज्योति किरण सोरेंग, सुरेश हेस्सा, रमेश लोहार, बासुदेव कुमार, मोहन दास, लक्ष्मी मछुवा, अरुण महतो, अविनाश ठाकुर, विकास दास, अर्जुन गोप, अभय चंद्र देवगम और सुरजा देवगम समेत कई अन्य अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अफीम की अवैध खेती की समस्या पर रोक लगाना और समाज में जागरूकता फैलाना था, ताकि इस खतरनाक गतिविधि को जल्द से जल्द समाप्त किया जा सके।