भाजपा जिला प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ओझा का बयान: पार्टी छोड़ने वाले नेताओं की निष्ठा पर उठाए सवाल, भाजपा के सिद्धांतों पर अडिग रहेगी पार्टी*
![](https://newslahar.in/wp-content/uploads/2025/02/IMG-20250210-WA0038.jpg)
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिमी सिंहभूम जिला में कुछ भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी छोड़कर अन्य दलों में जाने की घटनाओं पर भाजपा जिला प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ओझा ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह घटनाएं अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक हैं, क्योंकि इन नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केवल अपने स्वार्थ और व्यक्तिगत लाभ के लिए पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों को छोड़ दिया है। ओझा ने कहा कि यह अवसरवादी मानसिकता उनकी निष्ठा और पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता पर सवाल उठाती है।
श्री ओझा ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा से राष्ट्रवाद, सामाजिक समरसता, और सर्वांगीण विकास के लिए काम करती रही है, और पार्टी का मार्गदर्शन हमेशा उन सिद्धांतों और मूल्यों पर होता है, जो राष्ट्र की प्रगति और एकता के लिए आवश्यक हैं।
उन्होंने बताया कि ऐसे स्वार्थी तत्व जो अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं के कारण भाजपा को छोड़ रहे हैं, वे पार्टी के मूल्यों के खिलाफ हैं, और उनका कदम केवल उनकी व्यक्तिगत कमजोरी को दर्शाता है।
पार्टी की ओर से श्री ओझा ने स्पष्ट संदेश दिया कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा अपने सिद्धांतों और कार्यकर्ताओं के प्रति अडिग रहेगी। भाजपा का विकास केवल सिद्धांतों पर आधारित है और सच्चे पार्टी कार्यकर्ताओं को हमेशा सम्मान मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी में निष्ठापूर्वक अपनी भूमिका निभाई है, वे भाजपा की सबसे बड़ी ताकत हैं और 27 वर्षों के बाद दिल्ली में भाजपा की वापसी इन कार्यकर्ताओं के समर्पण का प्रतीक है।
श्री ओझा ने कहा, “यह समय है कि हम उन नेताओं और कार्यकर्ताओं को पहचानें जो पार्टी के साथ खड़े होकर समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के असली स्तंभ हैं, और भाजपा उनकी मेहनत और प्रतिबद्धता के प्रति सदा आभारी रहेगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि जिन्होंने भाजपा छोड़ी है, उनकी चालाकी और अवसरवादिता अब जनता के सामने आ चुकी है। भाजपा के सिद्धांतों और नीतियों में विश्वास रखने वाले कार्यकर्ताओं का समर्थन पार्टी के साथ है। ओझा ने विश्वास व्यक्त किया कि आगामी चुनावों में भाजपा की नीतियों के समर्थन में भारी मतदान होगा, और पार्टी की विचारधारा को कोई भी चुनौती नहीं दे सकेगा।