8वां जनजातीय साहित्य महोत्सव 2025: रबिन्द्र गिलुवा की भागीदारी और आदिवासी समाज के मुद्दों पर गहन विमर्श”*
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न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चक्रधरपुर से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, भोपाल में 11-12 फरवरी 2025 को आयोजित 8वें जनजातीय साहित्य महोत्सव में झारखंड के आदिवासी मित्र मंडल चक्रधरपुर के युवा सचिव रबिन्द्र गिलुवा ने अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई। यह महोत्सव आदिवासी साहित्य, संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित और प्रचारित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था, जिसमें देशभर के आदिवासी लेखक, शोधकर्ता और कलाकार शामिल हुए।
महोत्सव के मुख्य अतिथि, मध्य प्रदेश सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्री कुंवर विजय शाह, जो रानी दुर्गावती के वंशज हैं, ने आदिवासी समाज के समसामयिक मुद्दों, सांस्कृतिक पहचान, भाषा संरक्षण और विकास पर गहन चर्चा की। उनके साथ कई आदिवासी साहित्यकार, शोधकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता इस मंच पर अपने विचार साझा कर रहे थे।
रबिन्द्र गिलुवा, जो आदिवासी इतिहास और समाज पर शोध कर रहे हैं और “Adivasi Lives Matter” तथा “Adivasi Insights” जैसे मंचों पर अपने लेख प्रकाशित कर चुके हैं, ने इस अवसर पर आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक पहचान, उनके संघर्षों और भविष्य की संभावनाओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
इस महोत्सव में अन्य प्रमुख झारखंडी साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों ने भी भाग लिया, जिनमें प्रसिद्ध आदिवासी कवि महादेव टोप्पो, प्रख्यात आदिवासी नेता एवं साहित्यकार रामदयाल मुंडा के बेटे गुजल इकिर मुंडा, और “Adivasi Lives Matter” के Project Manager नितेश कुमार प्रमुख थे।
महोत्सव में आदिवासी साहित्य, इतिहास और संस्कृति पर गहन विमर्श हुआ, और विभिन्न लेखकों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से आदिवासी समाज के मुद्दों को उजागर किया। यह आयोजन आदिवासी समाज के संघर्षों और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का एक महत्वपूर्ण कदम है।