आदिवासी पूजा स्थल तोड़ने पर विरोध प्रदर्शन

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आदिवासी सुरक्षा परिषद जमशेदपुर महानगर की ओर से टेल्को थाना परिसर में धरना दिया गया। यह प्रदर्शन 18 जनवरी 2025 को आदिवासी पूजा स्थल पर बने झोपड़ी को उजाड़ने, पूजा स्थल नष्ट करने एवं सरना झंडा उखाड़ने की घटनाओं के खिलाफ था। धरना कार्यक्रम के दौरान थाना प्रभारी को एक मांग पत्र सौंपा गया, जिसमें दोषियों पर उचित कार्रवाई की मांग की गई।
मांग पत्र में उल्लेख किया गया कि 19 जनवरी को आदिवासी कला सांस्कृतिक स्थल सालगाझूरी में जबरन गुंडागर्दी कर आदिवासी आस्था को ठेस पहुंचाई गई। प्रदर्शनकारियों ने मुख्य रूप से प्रदीप गुहा उर्फ छोटका और अन्य दोषियों पर पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की ताकि क्षेत्र में शांति बनी रहे।
आदिवासी सुरक्षा परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष रमेश हांसदा ने कहा, “आदिवासी आस्था को ठेस पहुंचाने वाले असामाजिक तत्व सतर्क हो जाएं। अब आदिवासी समाज जाग चुका है और अपने समाज को नीचा दिखाने वालों को बर्दाश्त नहीं करेगा।”
इस अवसर पर आदिवासी सुरक्षा परिषद जमशेदपुर महानगर के जिला अध्यक्ष राम सिंह मुंडा ने कहा, “आदिवासी समाज शांति चाहता है, लेकिन अगर कोई हमें बार-बार उकसाने का प्रयास करेगा तो हमें क्रांति करने में भी देर नहीं लगेगी।”
भारतीय जनता पार्टी जमशेदपुर महानगर अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष रमेश बास्के ने झारखंड सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि “आबुआ ढिशुम, आबुआ राज्य” का नारा लगाकर सत्ता हासिल करने वाली सरकार में आदिवासी समाज के लोगों को ही सबसे ज्यादा प्रताड़ित किया जा रहा है, जो अस्वीकार्य है।
गौरतलब है कि राम सिंह मुंडा के अथक प्रयासों से आदिवासी कला सांस्कृतिक भवन निर्माण के लिए टाटा स्टील लिमिटेड के भूमि विभाग द्वारा जमीन उपलब्ध कराई गई थी। हालांकि, यह जमीन कुछ भू-माफियाओं को खटक रही है, जो इस पर अवैध कब्जा करना चाहते हैं।
धरना कार्यक्रम में केंद्रीय अध्यक्ष रमेश हांसदा, बीजेपी जिला अध्यक्ष (ST मोर्चा) रमेश बास्के, आदिवासी सुरक्षा परिषद जमशेदपुर महानगर के अध्यक्ष राम सिंह मुंडा, प्रकाश सांडील, रुद्रों मुंडा, बबलू करुआ, राम मुखी, जनता सरदार, गौतम जी, शोभा रानी कच्छप, कार्तिक लकड़ा, संतोष सांडील, फिलिप तिर्की, गणेश मुंडा, अजय सिंह, धन सिंह मुंडा, किशोर महतो, मालती हेंब्रम, सविता मुंडा, रुक्मिणी बेसरा, आशा करुआ, शहर सिंह मुंडा, शिशिर कोले, गंगा लोहरा, सुमन सांडील और विशाल मुंडा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।