चाईबासा पुलिस का नक्सल विरोधी अभियान: भारी मात्रा में हथियार बरामद

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चाईबासा पुलिस ने प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) नक्सली संगठन के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। सूचना के आधार पर पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने टोन्टो थाना क्षेत्र के सरजामबुरू और तुम्बाहाका के समीप जीम्कीइकीर वन क्षेत्र में छिपाए गए दो नक्सली डंप को ध्वस्त कर दिया। इन डंपों से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य सामग्रियां बरामद की गई हैं।
नक्सलियों के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया और अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए घूम रहे थे। इसे देखते हुए चाईबासा पुलिस, कोबरा 209 बटालियन, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की विभिन्न बटालियनों ने संयुक्त अभियान दल गठित कर लगातार अभियान चला रखा है।
वर्ष 2022 से लगातार यह अभियान गोईलकेरा और टोन्टो थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों—कुईडा, छोटा कुईड़ा, मारादिरी, मेरालगड़ा, हाथीबुरू, तिलायबेड़ा, कटम्बा, बायहातु, बोरोय, लेमसाडीह, हुसिपी, राजाबासा, तुम्बाहाका, रेगड़ा, पाटातोरब, गोबुरू और लुईया के सीमावर्ती इलाकों में चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में 24 फरवरी 2025 को टोन्टो थाना क्षेत्र के सरजामबुरू, तुम्बाहाका, पूर्ति टोला और जीम्कीइकीर के जंगलों में सर्च अभियान शुरू किया गया, जिसके दौरान दो नक्सली डंप पकड़े गए और भारी मात्रा में हथियार और अन्य सामग्रियां बरामद की गईं।
बरामद सामग्री:
एम16 राइफल (5.56 एमएम) – 1
303 बोल्ट एक्शन राइफल – 5
315 बोर राइफल – 3
फैक्ट्री मेड एयर गन – 1
एम16 राइफल की मैगजीन – 2
बोल्ट एक्शन राइफल की मैगजीन – 5
315 बोर राइफल की मैगजीन – 3
5.56 एमएम कारतूस – 21
7.62 एमएम कारतूस – 17
315 बोर राइफल कारतूस – 267
303 बोल्ट एक्शन राइफल कारतूस – 227
वायरलेस सेट – 3
बैटरी – 2
नक्सली कपड़े – 11 थान
ऐम्युनिशन पाउच – 8
अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री
अभियान दल में शामिल:
चाईबासा जिला पुलिस
सीआरपीएफ 197 बटालियन
कोबरा 209 बटालियन
झारखंड जगुआर
सीआरपीएफ 60, 174, 193, 134, 26 बटालियन
यह अभियान लगातार जारी है और सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। पुलिस ने इलाके के लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें ताकि नक्सलियों के खिलाफ अभियान को और प्रभावी बनाया जा सके।