सरायकेला : टफ सील्स प्राइवेट लिमिटेड के मजदूरों का प्रदर्शन, उचित वेतन और सुविधाओं की मांग
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड। आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र फेज-3 स्थित टफ सील्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मजदूरों ने जेएलकेएम पार्टी के नेतृत्व में जोरदार धरना प्रदर्शन किया। मजदूरों ने जबरन निकाले गए कांग्रेस महतो के समर्थन में कंपनी गेट को जाम कर दिया, जिससे उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया।

कंपनी प्रबंधन पर मजदूरों के शोषण का आरोप
जेएलकेएम पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं सरायकेला विधानसभा प्रत्याशी प्रेम मार्डी ने कंपनी प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मजदूरों को न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा, पीएफ और अन्य सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। इसके अलावा, रिटायरमेंट के समय मजदूरों को जबरन निकाला जा रहा है, जिससे वे अपने हक से वंचित हो रहे हैं।

कम वेतन, ठेकेदारी प्रथा और श्रम विभाग की निष्क्रियता पर सवाल
प्रेम मार्डी ने बताया कि कुशल मजदूरों को मात्र 240-290 रुपये दैनिक वेतन दिया जा रहा है, जबकि नियमानुसार यह 487 रुपये होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय मजदूरों के बजाय बाहरी ठेकेदारों को प्राथमिकता दी जा रही है और श्रम विभाग व लेबर इंस्पेक्टर की निष्क्रियता के कारण मजदूरों के अधिकारों का हनन हो रहा है।
मजदूरों की प्रमुख मांगें
प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने कंपनी प्रबंधन और प्रशासन के सामने चार प्रमुख मांगें रखीं:
1. उचित वेतन – मजदूरों को न्यूनतम वेतन के अनुसार पूरा भुगतान मिले।
2. पीएफ और अन्य सुविधाएं – मजदूरों को सभी वैधानिक सुविधाएं दी जाएं।

3. रिटायरमेंट के बाद मुआवजा – जबरन निकाले गए मजदूरों को उचित मुआवजा दिया जाए।
4. स्थानीय मजदूरों को प्राथमिकता – बाहरी ठेकेदारों की नियुक्ति पर रोक लगे और स्थानीय मजदूरों को रोजगार मिले।
अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी
प्रेम मार्डी ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, तो वे 24 घंटे या उससे अधिक समय तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रखेंगे।
सैकड़ों मजदूरों ने लिया हिस्सा
इस धरने में जेएलकेएम जिला अध्यक्ष दीपक महतो, इचागढ़ विधानसभा प्रत्याशी तरुण महतो, आदित्यपुर नगर अध्यक्ष प्रदीप महतो, गम्हरिया प्रखंड अध्यक्ष गोपाल महतो, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सोनामणि मार्डी सहित सैकड़ों मजदूर शामिल हुए।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी प्रबंधन और प्रशासन मजदूरों की इन मांगों पर क्या कदम उठाते हैं।















