अपराधी या शिकार? अमन साहू के अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़, परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की

न्यूज़ लहर संवाददाता
रांची: राजधानी से 37 किलोमीटर दूर बुढ़मू प्रखंड के मतवे गांव में अमन साहू का अंतिम संस्कार किया गया। उसकी अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। गांव में माहौल गमगीन था, लेकिन लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार भी गर्म था। कोई इसे अपराधी का अंजाम बता रहा था, तो कोई पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठा रहा था।
हालांकि, अंतिम यात्रा के दौरान पुलिस की गैरमौजूदगी ने भी कई सवाल खड़े कर दिए। अमन के करीबी और दोस्त बड़ी संख्या में मौजूद थे, लेकिन प्रशासन का कोई प्रतिनिधि नजर नहीं आया।
मतवे गांव के श्मशान घाट में अमन साहू का अंतिम संस्कार किया गया, जहां उनके पिता निरंजन साहू ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के बाद उनके पिता ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे को पुलिस ने एक सोची-समझी साजिश के तहत मारा है। उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
गांव में अभी भी तनाव और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अमन साहू की मौत पुलिस मुठभेड़ में हुई थी, लेकिन उसके समर्थक इसे फर्जी एनकाउंटर करार दे रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर कई लोग इसे अपराध के खात्मे के रूप में देख रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले पर क्या रुख अपनाता है और क्या वाकई सीबीआई जांच की मांग पूरी होती है।