महिला कॉलेज, चाईबासा में “एक राष्ट्र, एक चुनाव” पर युवा संसद 2025 का आयोजन, 75 युवाओं ने प्रस्तुत किए विचार*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चाईबासा में महिला कॉलेज, चाईबासा में आयोजित “विकसित भारत युवा संसद 2025” के दूसरे दिन युवा संसद का आयोजन हुआ, जिसमें 75 युवाओं ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। यह कार्यक्रम न केवल युवाओं को अपने विचारों को मंच पर रखने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि उन्हें संसदीय प्रणाली की बहस, चर्चा और निर्णय लेने की प्रक्रिया में भी शामिल करता है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के डी.एस.डब्ल्यू. डॉ. एस.सी. दास, कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ. एम.ए. खान और कोल्हान विश्वविद्यालय के एन.एस.एस. कोऑर्डिनेटर डॉ. दारा सिंह गुप्ता ने भाग लिया।
इसके अलावा, महिला कॉलेज की प्राचार्या डॉ. प्रीतिबाला सिन्हा, जिला नोडल पदाधिकारी डॉ. अर्पित सुमन टोप्पो, संचालन समिति की डॉ. सुचिता बाड़ा, डोरिस मिंज, निर्णायक मंडली और महिला कॉलेज के सभी प्राध्यापक तथा गैर-शैक्षिक कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा वर्ग को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जोड़ते हुए उन्हें राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का प्लेटफॉर्म प्रदान करना था। डॉ. एस.सी. दास (डी.एस.डब्ल्यू., कोल्हान विश्वविद्यालय) ने कहा कि इस मंच के माध्यम से युवाओं को संसदीय शैली की बहस और निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर मिल रहा है, जो उन्हें भविष्य में नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए तैयार करता है।
प्रॉक्टर डॉ. एम.ए. खान ने कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह युवाओं को अपने विचार व्यक्त करने का एक बेहतरीन मंच प्रदान करता है। उन्होंने सभी सफल प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, और विशेष रूप से 10 उत्कृष्ट प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। पश्चिमी सिंहभूम जिले से चयनित 10 प्रतिभागियों में सोमा देवगम, श्रेया अग्रवाल, लक्ष्मी कुमारी झा, वाणी शंकर, ज्योति सवैया, प्रियंका कुमारी, शांति बानरा, प्रियंका सोलंकी, सानिया कच्छप और पारस मणि केसरी शामिल थे।
इस कार्यक्रम में और भी कई महत्वपूर्ण उपस्थित लोग थे, जिनमें महिला कॉलेज चाईबासा के प्राध्यापक, सभी गैर-शैक्षिक कर्मचारी, नेहरू युवा केंद्र से गिरिजानंद रत्नाकर और जिला युवा अधिकारी (NYKS) से क्षितिज भी शामिल थे। निर्णायक मंडली में प्रो. रिंकी दोराई, डॉ. मन्मथ नारायण सिंह, डॉ. विजय सिंह गागराई, विकास दोदराजका, और सिद्धार्थ पड़ेया शामिल थे।
“विकसित भारत युवा संसद 2025” का यह आयोजन युवा संसद के रूप में एक नया पहल है, जो न केवल युवाओं को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जोड़ने का काम कर रहा है, बल्कि उन्हें अपने विचार प्रस्तुत करने और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करने का मौका भी दे रहा है।
“एक राष्ट्र, एक चुनाव” जैसे विषय पर युवा विचारों का आदान-प्रदान इस बात को दर्शाता है कि आनेवाला युवा भारत में मजबूत लोकतांत्रिक मूल्य और नागरिक जिम्मेदारी को लेकर सजग और तैयार है।