महिलाओं के बदसलूकी के दोषियों के लिए सीजीपीसी ने की फांसी की मांग बड़ी संख्या में पहुंचकर कर उपायुक्त को राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में मणिपुर हिंसा में महिलाओं की बदसलूकी मामले में सीजीपीसी ने कड़ा विरोध जताते हुए पूर्वी सिंहभूम की डीसी को महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपकर दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की। मंगलवार ज्ञापन सौंपने के उपरांत सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) के प्रधान भगवान सिंह ने मणिपुर की घटना को विभस्त करार देते हुए पूरे देश का सिर शर्म से झुका देने वाला बताया।
इससे पूर्व सीजीपीसी का एक दल वाहनों के काफिले में साकची स्थित कार्यालय से प्रस्थान हुआ जिसमे सिख नौजवान सभा और सिख स्त्री सत्संग सभा के नुमाईन्दे भी शामिल थे।
भगवान सिंह ने मांग करते हुए कहा कि अल्पसंख्यक महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने वालों को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए तथा मणिपुर की सरकार को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।
काफिला सीजीपीसी से प्रारंभ होकर गोलचक्कर होते हुए उपायुक्त के कार्यालय पंहुचा। झारखण्ड राज्य गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष और सीजीपीसी के चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि महिलाओं को निर्वस्त्र करने की जो घटना हुई है बहुत निंदनीय और शर्मसार करने वाली घटना है। लेकिन सरकार इस पर कुछ नहीं कर रही है।
ज्ञापन सौंपने में प्रधान भगवान सिंह के अलावा चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, गुरमीत सिंह, वरीय उपाध्यक्ष चंचल सिंह, महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला, मुख्य सलाहकार सुजीत सिंह खुशीपुर, परविंदर सिंह सोहल, कुलविंदर सिंह पन्नू, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, ताजवीर कलसी, प्रधान जगजीत सिंह गांधी, रविंदर सिंह, लखविंदर सिंह सुंदरनगर, हरिशरण सिंह, अमरजीत सिंह गांधी, हरदीप सिंह चनिया, अजायब सिंह, महेंद्रपाल सिंह, बलदेव सिंह, अमरीक सिंह, इकबाल सिंह, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, सुखदेव सिंह बिट्टू, हरदीप सिंह दीपी, ताजवीर कलसी, जसवंत सिंह भोमा, गुरुचरण सिंह, बलवंत सिंह, कुलविंदर सिंह, बलबीर सिंह, जगतार सिंह नागी, संतोख सिंह तोकी, जयमल सिंह, रविंदर सिंह, करनैल सिंह, सतविंदर सिंह बब्बू, सुखविंदर सिंह, हरविंदर सिंह जमशेदपुरी, गुरपाल सिंह, सेंट्रल स्त्री सत्संग सभा के चेयरमैन कमलजीत कौर, सुखजीत कौर, सुखजीत कौर, संरक्षक दलबीर कौर, वरीय उपाध्यक्ष परविंदर कौर, महासचिव सुखवंत कौर, बलविंदर कौर, आशा कौर, जसवीर कौर, परविंदर कौर, स्वर्ण कौर, बलजीत कौर आदि भारी संख्या में लोग शामिल हुए।