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रामनवमी पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, शराब की दुकानें बंद रहेंगी

 

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झारखंड:जमशेदपुर में रामनवमी पर्व पर युवाओं के लिए अवकाश सुविधाओं के लिए प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है। जिले में 9 सुपर जोनल मजिस्ट्रेट और 9 सुपर जोनल पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा 35 जोन बनाए गए हैं, जिनमें 35 जोन मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। एशिया महाद्वीप के जिलों में 135 राजकीय मजिस्ट्रेट और 1188 सिपाहियों के लेबल लगे हैं।

बारात में अंतिम संस्कार और डीजे पर प्रतिबंध

 

रामनवमी के जुलूस में घोड़ा, बैल, गाय, हाथी आदि को शामिल किया जाता है। प्रशासन ने यह फैसला लिया कि खतरे को देखते हुए कोई भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इसके अलावा, मार्च में डीजे प्लेयर पर भी प्रतिबंध रहेगा।

 

कड़ी निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष सक्रिय

 

मार्च के दौरान नियंत्रण जिला कक्ष 24 घंटे अस्थायी रहेगा। इसमें दो अधिकारी दो शेयरधारकों में शामिल हैं, जबकि एक अधिकारी को रिजर्व में रखा गया है, ताकि नोटबंदी पर उसे स्थिर किया जा सके।

रिज़र्व मजिस्ट्रेट भी खरीदें तैयारी

 

डीसी एक्सक्लूसिव मजिस्ट्रेट ने 33 मजिस्ट्रेट को रिजर्व में रखा है, जिसमें 21 मजिस्ट्रेट धालभूम स्टूडियो क्षेत्र और 12 मजिस्ट्रेट घाटशिला स्टूडियो क्षेत्र को शामिल किया गया है। आवश्यकता पर तुरंत ड्यूटी पर भेजने की आवश्यकता है।

 

विसर्जन पर विशेष नजर

 

सोमवार को होने वाले रामनवमी विसर्जन जुलूस के लिए भी निर्णय लिए गए हैं। विसर्जन मार्ग को सात जोन में बाँटकर प्रत्येक जोन में एक जोनल स्थापित किया गया है। इसके अलावा, 32 स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी मौजूद अन्य स्थानों पर मौजूद हैं। शहर के विभिन्न घाटों पर 168 अन्य जुलूस निकाले गए, जिनमें प्रमुख रूप से स्वर्ण रेखा मुख्य घाट, ब्रिज घाट और घाट शामिल हैं।

 

शराब की बिक्री पर रोक, उल्लंघन पर होगी कार्रवाई

 

रामनवमी के दिन सभी देशी और विदेशी शराब के स्टोर का ऑर्डर दिया गया है। यदि किसी ने भी दुकान खोली है तो संबंधित दिग्गजों पर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

 

अखाड़ों के लिए विशेष दिशा- निर्देश

 

रामनवमी जुलूस में अखाड़ों को कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं, जिनमें जुलूस मार्ग में प्रकाश की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी, स्मारक और जुलूस में शामिल होने पर रोक, जुलूस और जुलूस में शामिल होना शामिल है।

 

प्रशासन ने सभी नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि पर्व को अवैध तरीके से मनाया जाए और किसी भी नियम का उल्लंघन न किया जाए।

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